धूर्त और कपटी लोग तेरे मुँह पर तेरे और
मेरे मुँह पर मेरे का खेल खेलकर आपस मे भिड़वाने में माहिर होते हैं, अपने बीच ऐसे ख़तरनाक लोगों को पहचानिये और सावधान रहिये.....-
*जिस राह पर...हर बार मुझे*
*अपना कोई...छलता रहा*,
*फिर भी...न जाने क्यूँ मैं*
*उसी राह पर ही चलता रहा*
*सोचा बहुत.. इस बार*
*रोशनी नहीं..धुँआ दूँगा*
*लेकिन मैं दीपक था फ़ितरत से*
*जलना था....जलता ही रहा*-
दोस्ती💞 में विकल्प का कोई स्थान नही होता....जहाँ विकल्प होता है वहाँ दोस्ती का कोई मतलब नही होता....💯
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*चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर हो जाऊँगा.....
या तो मंज़िल मिल जायेगी, या फिर अच्छा मुसाफिर बन जाऊँगा....*-
वर्तमान से सुख लेने का प्रयास कीजिए,
भविष्य बहुत कपटी होता है,
वो केवल आश्वासन देता है गारंटी नही!-
रिश्तों की पाठशाला,
अगर बनाये रखनी हैं...
तो गणित विषय,
कमजोर होना बहुत जरूरी है...-
कान का कच्चा व्यक्ति कभी किसी का भला तो कर ही नही सकता......
अपितु अपने सह्रदय शुभचिंतकों को भी सदा के लिए खो देता है........-
यूं तो कमियां तुझमे भी बहुत हैं.......
मगर मेरे जीने का अंदाज़ अलग है....💞-