तुम्हें तो दिल में रहना था,तुमअब क्यों मुश्किल में रहते हो।हमें छोड़कर तन्हा रास्तों परतुम खुद मंज़िल में रहते हो। -
तुम्हें तो दिल में रहना था,तुमअब क्यों मुश्किल में रहते हो।हमें छोड़कर तन्हा रास्तों परतुम खुद मंज़िल में रहते हो।
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हमारी आँखों को ये नमी खाई जाती है। -
हमारी आँखों को ये नमी खाई जाती है।
हक़ीक़त वो नहीं है जो हर बार दिखाई जाती हैझूठ के घने अंधेरे से हक़ीक़त भी छिपाई जाती है। -
हक़ीक़त वो नहीं है जो हर बार दिखाई जाती हैझूठ के घने अंधेरे से हक़ीक़त भी छिपाई जाती है।
कुछ ऐसे ही हालात थेतब तुम हमारे साथ थे,तब हम तुम्हारे साथ थे। -
कुछ ऐसे ही हालात थेतब तुम हमारे साथ थे,तब हम तुम्हारे साथ थे।
कभी वो हमारे,कभी उसके हम। -
कभी वो हमारे,कभी उसके हम।
, क्या वो सच में हबीब होते हैं? -
, क्या वो सच में हबीब होते हैं?
जब टूट-टूटकर बिखरे थे हम। -
जब टूट-टूटकर बिखरे थे हम।
जिसने की मेहनत उसको मिलती जीत है। -
जिसने की मेहनत उसको मिलती जीत है।
रुह मिल जाती है परवरदिगार से। -
रुह मिल जाती है परवरदिगार से।
क्यों रहता है बुरा हाल मेरा। -
क्यों रहता है बुरा हाल मेरा।