कोई मंजिल से भागा, कोई रास्ते से भागा,
जिसे बर्बाद होना था, वो अपना घर छोड़ कर भागा 🖋️-
"उन से 'बातें' किए ... अब 'नींद' 😴 नहीं आती ,
रातों में .... ♥️
न जाने क्या 'जादू ' है... उनकी इश्क़ की 'बातों' में... ✒️-
प्रिये..2021.... धन्यवाद
आप के साथ मेरा सफर बहुत अच्छा था अपने मुझे बहुत कुछ दिया और सिखाया मेरे जीवन का सबसे बेहतरीन अनुभव आप से मिला इस बीच कुछ खोया सा लगा तो वो बस सुकून फिर भी आप ने बहुत कुछ दिया है इस कारण प्रेम से अलविदा
धन्यवाद 😍
प्राथी
-वक़्त का मुसाफिर-
"समस्या का समाधान करते -करते ज़िन्दगी का समाधान हो जाता है "- अलविदा 2021
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"जवानी किताबों के नाम कर दी हमने ने..
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अपनी नींद खुद हराम कर दी हमने"
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"जिंदगी तो "गरीब" जिया करते है"
साहब ❤️🖋️
"अमीर" तो फ़िक्र मे 'मर' जाते है "-
"इश्क़ -इम्तिहान है,'मज़ाक' थोड़ी है"
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हर किसी से 'संभल' जाये, इतना 'असान' थोड़ी है "😄-
"भारत माता के माथे की बिंदी है, मेरी मातृ भाषा हिंदी है "
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"किसी के सदव्यवहार का इतना भी फायदा मत उठाओ की वह मज़बूरन बुरा हो जाये "👉🏻😈👈🏻
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"सरकारी नौकर देख कर लड़की देने वाले 'दहेज़' पर न बोले तो बेहतर है" 🙏🏻
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