बहुत शौक था मुझे सबको जोड़के रखने का,होश तब आया जब अपने ही वजूद के टुकड़े अपनी आँखों के सामने होते देखे। - Kunwar Love Singh
बहुत शौक था मुझे सबको जोड़के रखने का,होश तब आया जब अपने ही वजूद के टुकड़े अपनी आँखों के सामने होते देखे।
- Kunwar Love Singh