थी मुझसे वो महफ़िल भी खफा....जहां तेरे नाम का जिक्र मैन किया ही नही । -
थी मुझसे वो महफ़िल भी खफा....जहां तेरे नाम का जिक्र मैन किया ही नही ।
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तुमसे मिलकर एक ख़्वाब कोयाद किया था..तुमसे बिछड़कर उसी याद् काख़्वाब आ रहा है.. -
तुमसे मिलकर एक ख़्वाब कोयाद किया था..तुमसे बिछड़कर उसी याद् काख़्वाब आ रहा है..
कुछ तुम नादान हो..कुछ मैं दीवाना..कुछ तुम कहानी हो..कुछ मै फसाना.. -
कुछ तुम नादान हो..कुछ मैं दीवाना..कुछ तुम कहानी हो..कुछ मै फसाना..
मैं कुछ अधूरे ख़्वाब लिख दिया करता हूंवो उन्हें पढ़ के पूरा कर देती है.. -
मैं कुछ अधूरे ख़्वाब लिख दिया करता हूंवो उन्हें पढ़ के पूरा कर देती है..
मैं शाम सा कभी ढलता हूं..वो सवेरे सी उभर आती है।मैं जाम सा कभी छलकता हूं..वो प्याला बन संभाल लेती है। -
मैं शाम सा कभी ढलता हूं..वो सवेरे सी उभर आती है।मैं जाम सा कभी छलकता हूं..वो प्याला बन संभाल लेती है।
मुझको सिलवटों में तनहा छोड़कर..जा रही है वो अधूरी रात छोड़कर.. -
मुझको सिलवटों में तनहा छोड़कर..जा रही है वो अधूरी रात छोड़कर..
तुम जुल्फों को अपनी सवारा ना करोमुझे बिखरने में मजा आने लगा है... -
तुम जुल्फों को अपनी सवारा ना करोमुझे बिखरने में मजा आने लगा है...
Hone ko ek pal bhi kaafi hota hai,Mitaane mein mohobbat ke daag ek umar lagti hai.-Kundan Singh -
Hone ko ek pal bhi kaafi hota hai,Mitaane mein mohobbat ke daag ek umar lagti hai.-Kundan Singh
उसे लगा वो इत्तेफाकन मुझसे आ मिली..'मैंने राहों में अक्सर उसका इंतज़ार किया था.. -
उसे लगा वो इत्तेफाकन मुझसे आ मिली..'मैंने राहों में अक्सर उसका इंतज़ार किया था..
याद है क्या वो अपना हाथ थामे चलना..उस रात के नशे में सितारों को बैठे गिनना.. -
याद है क्या वो अपना हाथ थामे चलना..उस रात के नशे में सितारों को बैठे गिनना..