एक चेहरे से उतरती है नकाबें कितनी.. लोग कितने हमे एक शख्स में मिल जाते हैं... वक्त बदलेगा तो इस बार मैं पूछूंगा उससे.... तुम बदलते हो तो कितने लोग बदल जाते हैं.
दर्द ऐसा नजरंदाज नहीं कर सकते... जब्त (self control) ऐसा कि हम आवाज नही कर सकते.. बात तो तब थी जब तू छोड़ के जाता ही नहीं... अब तेरे लौट आने पे,हम नाज नही कर सकते.
हमेशा खुशनुमा अहसास से लबरेज़ करता है, तुम्हारा हर इशारा दिल की धड़कन तेज करता है, मुहब्बत तो खुदा की नेमतो में सबसे ऊपर है , कोई पागल ही है जो इश्क से परहेज़ करता है !!