साहस,धैर्य,और इच्छाशक्ति के दम पर दुनिया का हर काम पुरा किया जा सकता हैं,पर कभी हालात,परिस्थति,और समय के आगे सब नतमस्तक हैं
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दर्द भी तुम हो दवा भी तुम हो
हर मर्ज की वजह भी तुम हो
सच भी तुम हो झूठ भी तुम हो
हर कशमकश की वजह भी तुम हो
गम भी तुम हो खुशी भी तुम हो
हर एहसास की वजह भी तुम हो
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कहने के लिए बहुत सी बातें थी
पर कभी कह नही पाया
कहने के लिए वो मेरी अपनी थी
पर ये हक जता नही पाया
कहने के लिए वो मेरा हमदम थी
पर चार कदम चल नही पाया
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कभी दोस्ती तो कभी आशिकी का नाम दिया
उसने मुझे हर बार मोहब्बत का जाम दिया
हम ने तो उसे इश्क़ मे अपना नाम दिया
पर उसने मुझे बेनाम और बदनाम कर दिया-
पापा मेरे कभी कुछ कहतें नही हैं मुझसे
पर बिना बोले भी बहुत कुछ कह जाते है
कभी पूछे नही की बेटा कैसे हो
बेटा कहाँ हो बेटा क्या कर रहे हो
क्योंकि ये सब काम तो माँ का हुआ करता था
पर अब माँ तो हैं नही इसलिए
मैं बिना पूछे भी उनके बातो को मै समझ जाता हूँ
पापा मेरे कभी प्यार जताते नही कभी बताते नही
पर बहुत प्यार करते है मुझसे love you पापा
#father's day-
हमे विशवास नही हो रहा हैं की आप नही रहे
आप तो ना जाने कितनों के आइडियल थे
पर आप का इस तरह से हमे छोड़ कर जाना
सब के लिए सवाल बन गया हैं
और इसका जबाब ना जाने कब मिलेगा?-
किसी का सुकून किसी का ख्व़ाब किसी का अरमान हो तुम
हम कब से खड़े हैं तेरी राहो में
अब तो बता दो किस के दिल की मेहमान हो तुम-
ये इश्क़ क्या है कोई आके ये बताये मुझें
क्यूं होता हैं इसमे दर्द समझाये मुझें
क्या यही है इश्क़ की इन्तहां
हर बार देनी पड़ती हैं आशिकों को अपनी जान-
कभी तुम अपनी सी लगती हो कभी पराया सा
कभी तुम सच्ची लगती हो कभी झूठा सा
कभी खुशी का सागर लगती हो कभी गम का दरिया सा
कभी तुम पुरा आसमां लगती हो कभी अधूरी जमीन सा
कभी तुम अधूरा ख्व़ाब लगती हो कभी पूरी हकीकत सा
कभी तुम बेमौसम बारिश लगती हो कभी सुखे पतझड़ सा
कभी तुम छाया सी लगती हो कभी धुप की माया सा
कभी तुम सफर सी लगती हो कभी हमसफर सा
कभी तुम इश्क़ सा लगती हो कभी मेरी आशिकी सा
कभी जीवन का सार लगती हो कभी गीता के ज्ञान सा-