धुंधली हो गई यादें नजर भी अब कमजोर है
मैं चुप हो गया हूं जमाने में कितना शोर है
किसी ने पूछा कहां जा रहे हो इधर क्या है
मैंने कहा उसका घर उसकी गली उस ओर है-
उसकी वो मुस्कान उसकी वो अदाएं
उसे नहीं पता वो क्या कर रही है
मेरा दिल छोटा है यारों उसे रोको
वो इसमें अपना घर कर रही है-
उसका ख्वाबों में आना जाना अब भी लगा हुआ है
अभी यकीं नहीं होता कि वो मुझसे जुदा हुआ है
उसकी वो खिड़की अब भी मेरे मकान के सामने है
पर अब वो खुलती नहीं, शायद उसमें जंग लगा हुआ है
उसकी मांग में सिंदूर किसी और ने लगा दिया है
मेरे गालों पर उसका वो रंग अब भी लगा हुआ है
उसका ख्वाबों में आना जाना अब भी लगा हुआ है
अभी यकीं नहीं होता कि वो मुझसे जुदा हुआ है-
वो कहती थी कि तुम्हें इश्क नहीं है मुझसे
मेरे बाद मेरी किताबों में उसकी तस्वीर मिली — % &-
ख़त लिखे थे कुछ उसके लिए जो कभी सुनाए न गए
इस बार वो ऐसे रूठे कि मनाए न गए-
उसने मज़ाक में कहा कि मैं रूठ जाउंगी
और हम थे कि हकीकत में चांद ले आए-
उसकी जुल्फों की छांव में बैठूं तो सुकून मिलेगा
कभी तो तारों की महफ़िल में भी चांद खिलेगा
जाते जाते कुछ फूल भी लेकर जाऊंगा साथ में
जब वो खुश होगा तभी तो मुस्कुरा कर मिलेगा
चाहत की, राहत की, मोहब्बत की बातें कई होंगी
जब उनका हाथ धीरे से मेरे हाथ में मिलेगा
उसकी जुल्फों की छांव में बैठूं तो सुकून मिलेगा
कभी तो तारों की महफ़िल में भी चांद खिलेगा-
Night is peaceful for some peoples
Some are struggling to make it peaceful-
तेरे इश्क में मर जाऊं ये ख्याल भी आया था मुझे
मगर मुड़ कर देखा तो मेरा एक घर भी था-