When Arijit Singh sang, "Bas tera saath ho, chaahe jo baat ho" I looked at You and smiled❤️
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लिखना तो अभी बाकी है..
मेरी उलझन,
मेरी कमियाँ,
मेरा ग़म,
मेरी परेशानी,
मेरे सपने,
मेरी हार,
मेरी हताशा,
मेरी निराशा,
मेरी कुल्हाड़ी, मेरी तबाही,
मेरा क़ातिल! मैं ख़ुद ही हूँ
अपने ही ख़्वाबों के तल में
ख़ुद से उलझता
मैं मर जाऊँगा किसी दिन
जो उस दिन भी मैं उठ न पाऊँ
वहीं तड़पता, मैं रह जाऊँ
तो समझना, ये तुम प्रिये
की वहीं पड़ा कुछ ढूंढ रहा हूँ
छार-छार मैं अपने भीतर
नियति अपनी तलाश रहा हूँ
मैं जो हूँ, अपनी ही उलझन
ख़ुद को मैं सुलझा रहा हूँ
मैं अब भी ख़ुद को तलाश रहा हूँ-
न औलिया, न ही पीर और ना ही मैं फ़क़ीर
मैं तो ठहरा तेरी धुन का, मस्त मौला अमीर-
तुमने जो उम्मीद बाँधी है, मुमकिन है कि इस उम्मीद पे
अब उम्रें गुज़ार दी जायेंगी, पर तेरी उम्मीद ना छोड़ी जाएगी-
तुम रूठ जाते हो ख़ामख़ा
क्यूँ ख़ामोश रहते हो बेवज़ह
ये तुम्हारी ख़ामोशी, बेवक़्त
दिल में ख़लिश पैदा करती है
क्यूँ सितम ढाते हो ख़ामख़ा-
कुछ इस तरह मसरूफ़-ए-इंतज़ार हुए हैं
जानाँ हम आशिक़ बड़े कमाल के हुए हैं-
"मुझे तुमसे मोहब्बत है"
ये कह सकूँ, मुझमें इतनी नज़ाकत नहीं,
मैं तुम्हें भूल जाऊँ, इतनी मुझमें ताक़त नहीं..-
अभी तो ये आगाज़ है, इक सफ़र लम्बा बाकी है
अभी नया सा इश्क़ है, परवान चढ़ना बाकी है
फ़िलहाल तो तुमसे दूर हूँ, अभी मुलाक़ात बाकी है
अभी तो कुछ कहा नहीं, इज़हार-ए-इश्क़ बाकी है-
उसका कंगन, उसके झुमके,
उसका चेहरा, उसकी ज़ुल्फें,
एक मोर पंख और उसकी आँखें,
मैं जितना देखूँ, कम लगता है,
कह दूँ उसको? डर लगता है..-
[Meeting you] :- The most beautiful moment between birth and death.
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