Kumkum kumawat   (Kumkum)
235 Followers · 267 Following

उम्मीद की किरण लेकर चल पडें हैं घर से, कौन जाने अब ये रास्ता कहाँ ले जाएगा।
Joined 18 June 2020


उम्मीद की किरण लेकर चल पडें हैं घर से, कौन जाने अब ये रास्ता कहाँ ले जाएगा।
Joined 18 June 2020
12 OCT 2020 AT 19:47

तेरे दीदार से जो आँखें चमकती थी,
आज नम हैं,
तेरे इश्क़ की खुशबू भी कुछ कम है,
साथ निभाने के वादे थे जो तेरे,
अब झूंठे से लगते हैं,
तेरे इश्क़ की फरेबी में हम डूबे से लगते हैं।

-


12 JUL 2020 AT 23:43

चल उठ कुछ करना है,
माना ये आसान नहीं है,
पर चल उठ अपने लिए करना है,
तुझे कुछ बनना है,
तेरे आगे चट्टान है,
तेरे पीछे है खाई,
चल जान लगा अब वो घड़ी आई,
चल उठ कुछ करना है,
अपने सपनो को पूरा करना है।

-


10 JUL 2020 AT 16:34

खुदको खोजते तुझको पाया,
तब मुझको जीना आया,
जबसे आये हो ज़िन्दगी में सुकून है,
तेरे बिना मेरी ज़िन्दगी फ़िज़ूल है।

-


9 JUL 2020 AT 19:01

एक आवाज़ हुई,
शायद कुछ टूटा था,
वो मेरा दिल था।

-


8 JUL 2020 AT 21:38

तुम्हारी बेयक़ीनी पे,
यकीन आ गया।
जो खोया था किताबों में,
करीब आ गया।

-


8 JUL 2020 AT 18:02

तुमने गफलत में ज़िन्दगी बिता दी,
हम तुम्हारी परवाह करते रह गए।

-


6 JUL 2020 AT 22:12

मैं तेरी हुँ, तेरी ही बनके रहूँ,
आख़िरी साँस तक,
मैं तेरे साथ चलूं तेरे साथ खड़ी,
आख़िरी साँस तक,
मैं तेरी ढाल बनु, तेरे सारे दुख हरु,
आख़िरी साँस तक,
इस जहां की खुशियां समेट,
तेरी मुस्कुराहटों पर वारी जाऊ,
आख़िरी सांस तक,
तेरा मेरा साथ रहे, हम दोनों पास रहे,
आख़िरी साँस तक।

-


5 JUL 2020 AT 20:15

I know you are harsh on us but trust me you have taught me so many things. I know this corona is on our nerves and we can't do anything but, to take precautions and save ourselves. You have taught us how to take care of ourselves, that small little things are important too, we must cherish each and every moment, we must take our goals seriously, and most importantly we must live in the present. Everything happens for a reason, maybe this time it happened to save our earth. Thank you for everything this too shall pass.

-


5 JUL 2020 AT 20:07

लो कर दिया तुम्हें उनके नाम,
जिनके लिए हुए हम बदनाम,
ये दिल भी उनके नाम,
ये जान भी उनके नाम,
हमारी रगों में बहता जिनका नाम,
रहते जो ज़हन में सुबह-शाम,
लो कर दिया तुम्हें उनके नाम,
ओ प्यारी शाम।

-


5 JUL 2020 AT 12:34

ज़िन्दगी कमाल है,
चाहे कितने भी जनजाल है,
जीने का ये अंदाज,
मुझे लगता कमाल है,
चाहे गमों की बहार है,
दुःखों का भंडार है,
इस ज़िन्दगी में चाहे,
आये ना बाहर है,
पर ज़िन्दगी कमाल है।

-


Fetching Kumkum kumawat Quotes