इन्ही बातों में जिंदगी कही गई खो मुझे वो पसंद है और उसे पसंद वो -
इन्ही बातों में जिंदगी कही गई खो मुझे वो पसंद है और उसे पसंद वो
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जब जब इस दिल ने की मनमानी हाय तब तब हुई बहुत ज्यादा हानि -
जब जब इस दिल ने की मनमानी हाय तब तब हुई बहुत ज्यादा हानि
मेरी बेरंग ज़िंदगी में खुशी का रंग बन जाओमें तुम्हारी डोर बनूं तुम मेरी पतंग बन जाओ -
मेरी बेरंग ज़िंदगी में खुशी का रंग बन जाओमें तुम्हारी डोर बनूं तुम मेरी पतंग बन जाओ
मुझे यूं तन्हा छोड़ के न जातागर तू मुझे थोड़ा भी समझ पाता -
मुझे यूं तन्हा छोड़ के न जातागर तू मुझे थोड़ा भी समझ पाता
झूठ हमेशा स्वीकार हो रहा हैसच हर दिन बेकार हो रहा है -
झूठ हमेशा स्वीकार हो रहा हैसच हर दिन बेकार हो रहा है
जिंदगी की उलझन में झूलते जा रहे हैंअब हम धीरे-धीरे खुद को भूलते जा रहे हैं -
जिंदगी की उलझन में झूलते जा रहे हैंअब हम धीरे-धीरे खुद को भूलते जा रहे हैं
खेतों की पगडंडी तो कभी राहों मेंमें यहां शहर में और मेरा मन ठहरा गांव मेंनिरंतर चल रहा हूं अकेलेपन की बाहों मेंमें यहां शहर में और मेरा मन ठहरा गांव में -
खेतों की पगडंडी तो कभी राहों मेंमें यहां शहर में और मेरा मन ठहरा गांव मेंनिरंतर चल रहा हूं अकेलेपन की बाहों मेंमें यहां शहर में और मेरा मन ठहरा गांव में
कुछ इस तरह मेरे किस्से मशहूर हो गएदोस्त तो कम रह गए दुश्मन भरपूर हो गए -
कुछ इस तरह मेरे किस्से मशहूर हो गएदोस्त तो कम रह गए दुश्मन भरपूर हो गए
मैं से लेकर हम तक सफर करना है सारी उम्र तेरे संग ही बसर करना है -
मैं से लेकर हम तक सफर करना है सारी उम्र तेरे संग ही बसर करना है
चार दिन का प्यार और सालों की बर्बादीकिसी और से वादे और किसी और से शादी -
चार दिन का प्यार और सालों की बर्बादीकिसी और से वादे और किसी और से शादी