हमारा देश महान है,
इनके अंदर बैठे लाखों गद्दार है,
खाते ये यहां के हैं, गाते पाकिस्तान के हैं,
हां ये मुस्लिम समाज के है।
धर्म के आरे में आकर इन्होंने कितनो के हैं गले काटे,
इनके अंदर रहम नहीं चाहे कर ले कितनी भी मीठी बातें,
ये गद्दार बहुत पहले के है, जो घुसपैठियों कर फिर से वापस आए है,
जब मुसीबत इनपे आती है तो देश की secularism खतरे में पड़ जाती है।-
Kumar Sonu
(अंकुश ✍️)
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Joined 18 April 2020
24 APR AT 9:55
4 DEC 2024 AT 0:30
अंतः करण की स्वीकृति ही प्यार है।
शरीर का संबंध तो भोग वासना और विलासिता से है।-
31 JAN 2024 AT 13:45
छोर देती वो मुझे कोई गम न होता, पर ये जो
कहती है मैं तुमसे प्यार करती हूं ये दर्द बयां भी न हो पाता है,
प्यार मुझसे और शादी के सपने किसी और से,
ये बात मुझे समझ में नही आती ,
बफा मेरी उन्हें राश न आई खुद वो बेवफा हो गई ,
हर वो बात जो मुझे वो बताती थी,
उसका फीडबैक किसी और से ले ली चुकी होती है।
ये जिल्लत की जिंदगी मेरी तुझे मौत कब आएगी .
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27 MAY 2023 AT 19:32
Chahe muhabbat kitni bhi ho,
Ek pal me dur hone ka hunar v rakhtey hai .
Agar chaho to taumr haste muskurate
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