.......... जीवन धारा.......
जीवन की इस धारा पर..
बहते जा रहे ,
कुछ खुशियों को समेटे,
कुछ पल जिये जा रहे.
आने वाली उस संकट का..
मन में चित्रण कर चुके..
एक मुस्कान से जीत लेंगे,
ये खुद को हम समझा चुके .
कुछ तोः फल होगा ,
ये तो समय का खेल है..
जीवन की इस धारा पर
संघर्ष ही अभिप्राय है !
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