Kumar Rakesh   (Kumar रakesh)
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Joined 6 February 2019


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19 OCT 2021 AT 4:06

Agar ye
esa chahti h to
'wo' kaisa chahti h?
Hitech showers, sugandhyukt ubtan istemal krti h.
Nikalkar gali me sbko behal karti h.
Agar ye esa karti h to
Wo kesa karti h?
Bin tohfe se chup rahti h .
Golden,diamond jewelry pane pr muskurati h.
Saving pr duri banati h.
Pub,party, disco nam sun
Pair sahlati h.
Agar ye esa khush rahti h to
Wo kaisa chahti h?

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10 OCT 2021 AT 22:03

जब भी नाम लेता हूँ उसका
क्या कहकर, मुस्कुराती है ।

एक आदत नहीं बदलती है
जब भी याद करता हूँ उसको
मेरे नाम का हिचकी जरूर लेती है।

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10 OCT 2021 AT 21:55

दिल में तेरे घनी रात थी •••
अब जो सहर है
तेरे आँखो में,
कुछ नयी या वही पुरानी बात थी ।

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9 OCT 2021 AT 0:05

वो आता है
मुस्कराता है,हँसाता है •••
देकर भाव नज़र नीचे करता हूँ
घबराता है,नकाब उतार देता है •••

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8 OCT 2021 AT 18:24

उनकी सख्त हिदायत है •••
इजाजत मिलेगी नहीं •••
एक नज़र देखने की ।
मैं चोर हूँ
चोरबाद का,
चोरी-चोरी देख ही लेता हूँ •••

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29 SEP 2021 AT 21:15

Puchho jara hamse -
Isque ka rang kesa hota h...
Jisme mila do
Wesa hota h..
Rahiso ke swiming pul me
bikni ke chhuwan se
nila ho jata h...
Kisano ke Sarso khet me
Phulo ke mahak Se
pila ho jata h...

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22 SEP 2021 AT 16:15

When I told u that I don't like u, this face is keep in my eyes bt I love to keep your beautiful fellings and to like her

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24 MAR 2021 AT 0:27

रूसवा

अंजलि तेरा बार बार मुसकुराते हुए मुझे रोकना फिर मुँह मोड़ लेना ••••• अजीब लगता है।

तेरी मजबूरी है या पागलपन ? समझ से बाहर ••••

पर मुझे यकीन है कि चमक तेरी आँखों में, मेरी परछाई के वजह से ही है!!

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7 FEB 2021 AT 22:52

अंजली,
आज तुम जैसी भी हो,जहाँ भी हो न जाने कहाँ हो? ऐसा मुझे लगता है लेकिन मेरा दिल कहता है- तुम अब भी बंद हो धड़कनो में । हर धड़क के साथ तुम्हारी मुस्कान नज़र आ रही है ।
मैं और मेरा हृदय दोनो तुम्हारे ख्याल को लेकर द्वन्द्व में रहता है । वास्तविकता क्या है ये ये तो वक्त ही बताएगा? लेकिन मैं और मेरे हृदय के पाटों के बीच तुम्हारा वजूद पिस जाता है। कोई सहेजना चाहता है कोई उसे कुरेदना चाहता है।
जाने दो इन बातों को हकीकत की भी अपनी सीमा हैं; ये तुम्हें भी खबर है और मुझे भी••••

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7 FEB 2021 AT 22:25


आज लगता है कि मैं कुछ नहीं हूँ,
लेकिन एक आवाज जो मुझे बुलाने के लिए लोग देते हैं वो क्या है?
खुद के वजूद का ना समझना और दूसरे के दिए अहमियत को स्वीकार करने की कश्मकश!
अजीब हालत है मेरी •••••

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