लोग पूछते हैं उसका हाल क्या है उसका हाल पता होता तो हमारा यह हाल ना होता -
लोग पूछते हैं उसका हाल क्या है उसका हाल पता होता तो हमारा यह हाल ना होता
-
ठोकर खाई है चाहतों का क्या करें हमें भूल गए हैं वो जिन्हें हम याद करेंखुश नसीब समजते थे खुदको तुम्हें पाने के बादखुशी दूर हो गई है झूठी मुस्कुराहटों का क्या करें -
ठोकर खाई है चाहतों का क्या करें हमें भूल गए हैं वो जिन्हें हम याद करेंखुश नसीब समजते थे खुदको तुम्हें पाने के बादखुशी दूर हो गई है झूठी मुस्कुराहटों का क्या करें
कमी नहीं आ रही जिंदगी में तूफानों की जंग जारी है मुसीबतों को झुकाने कीझूठी मुस्कुराहटों के पीछे क्या क्या लिए बैठा हूंकैसे अरमानों को जला अंगारों पे बैठा हूंकोशिश जारी है जिंदगी को जिंदाबाद बनाने की हार जाता हू पर कभी हार के ना बैठा ह -
कमी नहीं आ रही जिंदगी में तूफानों की जंग जारी है मुसीबतों को झुकाने कीझूठी मुस्कुराहटों के पीछे क्या क्या लिए बैठा हूंकैसे अरमानों को जला अंगारों पे बैठा हूंकोशिश जारी है जिंदगी को जिंदाबाद बनाने की हार जाता हू पर कभी हार के ना बैठा ह
सुन रही है वो गैरों की बातों कोहमारे बोलो पर उसका कोई गोर नहींहमनें तो उसकी इबादत खुदा जैसे की है वो ही जाने उसका खुदा कोई और तो नही -
सुन रही है वो गैरों की बातों कोहमारे बोलो पर उसका कोई गोर नहींहमनें तो उसकी इबादत खुदा जैसे की है वो ही जाने उसका खुदा कोई और तो नही
पता नहीं किस्मत बुरी या मेैं बुरा शायद हमने ही परछाइयों से सहारे की उम्मीदरखी थी -
पता नहीं किस्मत बुरी या मेैं बुरा शायद हमने ही परछाइयों से सहारे की उम्मीदरखी थी
मुझे सहारे की जरूरत क्या पड़ी लोक सहारा देकर शमशान की ओर ले जाने लगे -
मुझे सहारे की जरूरत क्या पड़ी लोक सहारा देकर शमशान की ओर ले जाने लगे
अफसाने हजारों मिलेकुछ अपने भी अपने ना बनेकुछ अपनों से भी खास बन गये कैसे टूटता गया था हर पल मैं वो लम्हें पुराने मिले इस जिंदगी की सुरंग सेअफसाने हजारों मिले -
अफसाने हजारों मिलेकुछ अपने भी अपने ना बनेकुछ अपनों से भी खास बन गये कैसे टूटता गया था हर पल मैं वो लम्हें पुराने मिले इस जिंदगी की सुरंग सेअफसाने हजारों मिले
अब कसम है तुम्हें कसम को बदनाम तो मत करबेवकूफ बनाके बेवफा का इलज़ाम तो मत जड़ -
अब कसम है तुम्हें कसम को बदनाम तो मत करबेवकूफ बनाके बेवफा का इलज़ाम तो मत जड़
बेवकूफ बनाना फितरत सी हो गई है उसकीउसे पता नही उसकी हर अदा से हरकतें पता चलने लगी हैं -
बेवकूफ बनाना फितरत सी हो गई है उसकीउसे पता नही उसकी हर अदा से हरकतें पता चलने लगी हैं
जिंदगी की बड़ी गलती कर बैठेदिल की बातें पत्थर दिल से कर बैठे -
जिंदगी की बड़ी गलती कर बैठेदिल की बातें पत्थर दिल से कर बैठे