जो बाहर की सुनता है
वो बिखर जाता है
जो भीतर की सुनता है
वो सँवर जाता है।
कुमार गौरव (अधिवक्ता)
- Gaurav Narayan Bharti
6 JUN 2018 AT 7:57
जो बाहर की सुनता है
वो बिखर जाता है
जो भीतर की सुनता है
वो सँवर जाता है।
कुमार गौरव (अधिवक्ता)
- Gaurav Narayan Bharti