वो होंगे एक दिन सर झुकाये तेरे क़दमों में।।
हौसला ही फैसला है, मत हार तू हौसला।।
चला जा, ना रुक तुम, ना झुक तुम
अपनी परेशानियों को बना अपनी ताकत तुम
दुनिया रोकेगी तुझे, टोकेगी तुझे,
मत दे तुम ध्यान उन पर।।
मत बैठ तू अपनी किस्मत के भरोसे,
बदल दे अपनी किस्मत को अपनी मेहनत से,
बढ़ता चल चला, ना थक तुम ना थम तुम,
मंजिल है तेरी नभ को पाने को।।
निकल जा अकेला तुम राह पर,
कांटे तो होंगे तेरी राह में, मुसीबतें भी होंगी,
एक दिन जरूर मिलेगी तेरी मंज़िल तुझे,
बस तुम थकना नहीं, बस तुम थमना नही।।
मत डरना तो प्रतिकूल परिस्थितियों से,
एक दिन परिस्थिति तेरे अनुकूल होगी जरूर,
तब देखना तुझे जो डराते थे तुझे,
सताते थे तुझे,रोकते थे तुझे, सताते थे तुझे।।
वो होंगे एक दिन सर झुकाये तेरे क़दमों में।।
हौसला ही फैसला है, मत हार तू हौसला।।
--- गौरव ✍️
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