❤Kumar Dheeraj❤   (Kumar Dheeraj 🖤)
248 Followers · 3 Following

read more
Joined 31 May 2020


read more
Joined 31 May 2020
26 FEB 2022 AT 8:06

अगर तुम चाहती हो,
कि मैं कहीं और ना जाऊं,
तो अपने पास बुला लो मुझे।

लड़कर नहीं गले लग कर बिछड़े थे,
वापस आ जाऊंगा, गले से लगा लो मुझे।

भटक रहा हूं तो थाम लो ना मेरा हाथ,
और कहो तुम ही मेरी आखिरी मंजिल हो,
जो आज मुझे मिल गई है।

मुस्कान दिखती है, कभी दर्द भी देखो,
कभी मेरी खामोशी भी सुनो,
कभी मेरे तस्वीरों को भी पढ़ो,
कभी कहो तुम भी चाहती हो,
मेरे साथ एक खूबसूरत जिंदगी।

-


12 FEB 2022 AT 7:03

तकदीर में बेखुदी लिखी थी
हा यूहि थोडी प्यार में फसा मैं,

-


11 FEB 2022 AT 13:06

बनाओ खुदकी तसवीर कभी खत पर
बैठके मेरी तरह तुम भी कभी छत पर

खुद से पूछो, मुझ से क्यों पूछती हो
क्यू गिरती हैं मेरी पतंग तेरी छत पर

-


9 FEB 2022 AT 19:51

मरे हुए दिल में जान डाल,
मन में बस मेरे ख्याल पाल,

हम दोनों को एक करने को,
हा यार तू भी खेल कोई चाल,

पिछले बरस जो अधूरा रहा
तुझे और याद करेंगे इस साल,

दोनो गजब ढा रहे हैं हमपर
तू गुलाबी और ये शाम लाल,

बात करना ही छोड़ दे हम
बात इतनी भी मेरी ना टाल।

-


9 FEB 2022 AT 10:17

मिले भी नहीं थे और बिछडना हैं,
फिरसे मुझे तिल तिल तडपना हैं,

मैं थोड़ा नाराज हूँ कुछ तो बोल
फिरसे मुझे तेरे साथ झगडना हैं,

अगर तेरी इजाजत हो तो यारा,
हा तेरी दोनो आँखों को पढना हैं,

दिल में उतार लो मुझे इक दफा,
हमें कौनसा तेरे सिर पर चढ़ना हैं

-


17 JAN 2022 AT 8:05

यार तुम कॉल की भी मना करती हो तो क्या करूँ मैं,
अपनी पिछली बाते भी याद ना करूँ तो क्या करूँ मैं,

समंदर से कह आया हूँ प्यासा हूँ, पर मोहब्बत का,
अब मोहब्बत में भी हद से ना गुजरू तो क्या करूँ मैं,

सुबह को तुम्हें याद, रात को भी तुम्हें याद करता हूं,
सोने का दिल ही नहीं, तो इन गोलियों का क्या करूं मैं,

यार ये दिल तुम्हारा हैं, और तुम ही मेरे कहे में नहीं
तुम्हें मना नहीं कर सकता तो दिल को मना क्या करूँ मैं,

-


15 JAN 2022 AT 16:33

मेरी आंखें गीली है पर आंखों में पानी नहीं,
खुदा कसम की मेरी आंखों में कोई परेशानी नहीं

पिछली बार किस को भुलाया था तेरे गले लगकर
तमाम तरकीब है इस बार भी पर काम आनी नहीं

प्यार करना तो यार किसी ने सिखाया ही नहीं,
जो भी था, तेरे हुस्न से था यार जिस्मानी नहीं,

यूं तो खंजर के कई निशानात अभी भी है दिल पर
पर अब ये गुदी हुई कलाई भी उसकी निशानी नहीं

-


13 JAN 2022 AT 7:57

मै मतलबी भी तेरा मतलब का होना चाहता हूँ,
मै हर तसवीर में बस तुझे ही देखना चाहता हूँ,
मेरी बगिया के जिन फूलो से तुम्हारी यारी थी,
मै उन फूलो को कभी तोडना नहीं चाहता,
शब-ए-हिज्र के दिन जो नहीं कह पाया,
कहने है असरात-ए-गम-ए-हिज्र,
दिखाना चाहता हूँ अश्कों से भरी आँखे,
जो हिज्र की रात छिपा ली थी,
उसी रात, जिस रात कह रही थी तुम,
कुछ तो बोलो, मुझे डांटो यार, मुझे मारो यार,
तुम मिलो तो सही, तुम्हें समझाना हैं,
वही जो तुम समझती हो, बहुत पहले से,
बस मेरे मुंह से सुनना चाहती हो,
कभी गुजरो हमारी गलियो से,
तो कुछ देर हमारे घर ठहर जाना,
क्योंकि मै अपने घर का पता,
चांद के नजदीक बताना चाहता हूँ,
कभी तो पूछो मुझसे मेरा हाल,
मैं भी औरों की तरह,
खुद को ठीक बताना चाहता हूँ।

-


9 JAN 2022 AT 16:39

इश्क अगर गुनाह हैं तो तू गुनाह कर
सजा सारी मैं काट लूंगा, बस तू हां कर

हर तरफ मोहब्बत करने पे पाबंदी हैं,
तू मेरे दिल के हुजरे में आ और यहां कर

-


27 DEC 2021 AT 9:42

हम जैसो की हयात भी तो देखो हयात नहीं होती,
बात इतनी बढ गई हैं कि हाल पूछने के बाद अब उससे बात नहीं होती,

यकीनन खुदा ने ही रची हैं ये साजिश हम दोनों के खिलाफ,
वरना यार हम दोनों की अलग अलग जात नहीं होती,

ये बादल मेरी आँखों ने चुरा लिए है, किसी को बतलाना मत,
धरती शिकायत करती है कि आजकल बरसात नहीं होती

-


Fetching ❤Kumar Dheeraj❤ Quotes