लिखता हूँ शौक से
हां एक अंतरंगी अल्फाज हूं,
जो हर कोई सुन ना सके
ऐसी एक अनकही आवाज़ हूं,
ना मुझे कोई कल हरा सका
ना ही हारा मैं आज हूं,
मेहनत से डर नही मुझे
सिर्फ मौके का मोहताज हूं....
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Original Quotes
Non Rhythmic Shayari
#lostsoul # forever_yours #non_rhythmic
L... read more
दिल में छुपी कोई बात हो अगर
उन्हे लफ्जों पर अपने तुम लाना,
करना अगर कोई वादा तुम मुझसे
आखिरी सांस तक तुम उसे निभाना,
गर जो दिखे कोई गलती मेरी
तो बेझिझक तुम मुझे बतलाना,
साथ चलने का गर ना हो इरादा
तो मुझसे कहना पर देना न कोई बहाना,
वक़्त चाहिए तुम्हे तो मांग लेना बेशक
देर से ही सही पर हमेशा के लिए अपनाना.....
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ताश के पत्तो कि तरह बिखर जाते है अरमान सारे
के बेवफाई मे इंसान बिना वजह भी रूठ जाता है
कितना भी संजो कर रख लो रिश्तों को
जिन्दगी की जद्दोजहद मे हमेशा कुछ पिछे छूट जाता है
यू तो तसल्ली देने वाले तसल्ली देते रहते है
मगर वो क्या करे जिसका भरोसा टूट जाता है-
चेहरे पर जो मुस्कान है मेरे
हमेशा यूँ ही बनाए रखेंगे,
एक तुम से मेरा ये वादा है.....
कल भी सिर्फ तू चाहिए था मुझे
आज भी तुम्हे अपना बनाने का इरादा है.....
सारी खुशिया मिला कर देखी है मैने
पर तेरे जाने का गम आज भी ज्यादा है.....
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कुछ कसमें खाई थी मैंने,
वो आज भी निभा रहा हूँ।
कल भी चाहता था तुझको,
आज भी तुझे ही चाह रहा हूँ।
बनावटी हैं ये दुनिया
अब कबूल कर लिया हैं मैंने भी इसे
खुश रहने का वादा किया था,
देख लो मुस्कुरा रहा हूँ 🙂 ।
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मोहब्बत हो गई थी तुझसे,
हां तुझसे ही सारी चाहत थी,
पर ये अकेलापन भी कमाल का निकला,
तेरे बाद इसी ने मुझे राहत दी,
एक मासूमियत जो थी मेरे चेहरे पर,
पहचान इसकी सिर्फ वो मुस्कुराहट थी,
इन फसलों में यूं उलझ गया सब,
मैं मै ना रहा तेरे बाद ,
मुझे एक तेरी ही तो आदत थी....-
तुम हवा सी गुजरती हो
मै पेड़ सा लहराता हूं...
तुम बारिश सी बरसती हो ,
मै ज़मीन सा भीग जाता हूं...
तुम फूल सी खिलती हो ,
मै भंवरे सा गुनगुनाता हूं...
तुम धूप सी खिलती हो,
मै पंछियों सा चेह चहचहाता हूं...
तुम सड़क हो मेरे मंज़िल की ,
मै साथ तुम्हारे मुड़ना चाहता हूं...
मीलों का ही क्यों ना हो ये सफ़र ,
मै साथ तुम्हारे चलना चाहता हूं...-
जब भी गलियों में घुमा करता था
हाथों में उसका हाथ हुआ करता था
हर पल साथ हमारा ऐसा ही बना रहे
रब से मै बस यही दुआ करता था...
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कड़ी मेहनत करके कमाई है दौलत
इत्र सी खुशबू उनके पसीने में है,
वो सुकून कहीं और नहीं
जो उनकी छाया तले जीने में है,
प्यार की आशा रखते है सबसे
मेरे लिए भगवान है वो,
सोने का दिल उनके सीने में है,
सब दर्द अपने छुपा कर भी मुस्कुराना
उनकी आदत में है,
सारे जग की दौलत में वो मज़ा नहीं
जो पिता की इबादत में है...-
देखें थे जो सपने हमने साथ में,
वो इन आंखों में महफूज़ आज भी हैं...
कसमों की इस कश्मकश में,
एक कसम अधूरी आज भी हैं...
रिश्तों का भवर ही कुछ अटपटा सा था,
यूं तो प्यार की एक रस्म अधूरी आज भी है...
चंद फासलों से नहीं बदले जाते फैसले,
हमें तुमसे वही मोहब्बत आज भी है...
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