कुलदीप शर्मा   (कुलदीप शर्मा)
1.6k Followers · 2.1k Following

read more
Joined 27 January 2018


read more
Joined 27 January 2018

भीड़ में चलता हूँ तो याद आता है,
कभी अकेले में अकेला था,
आज भीड़ में अकेला हूँ!

-



कई बार ख़ामोश न रहा जाये तो बेहतर है,
रिश्तों का क़त्ल न किया जाये तो बेहतर है!
मरता है हर कोई इस दुनिया में आकर,
बस तुम्हारा इश्क़ न मर जाये तो बेहतर है।

-



एक ही तो जान है मेरी,
चाहे तू ले ले,
चाहे ये वतन! 🇮🇳

-



आज कल कुछ लिखने का जी नहीं करता,
न लिखूँ तो कुछ करने का जी नहीं करता,

बनाने वाले ने भी क्या खूब बनाया है मुझे,
जो कुछ न करूँ तो जीने का जी नहीं करता।

-



कभी-कभी देश हित में इतनी बड़ी क़ीमत चुकानी होती है,
कि उसका अंदाज़ा कोई और नहीं लगा सकता।

ज़िंदगी तबाह हो जाती है, लेकिन आपका ग़ुरूर आपको रोने नहीं देता।

-



ख्वाहिशें जो पूरी न हो तो, अब हैरानी नहीं होती।
सीख लिया है मन को मारना, अब मनमानी नहीं होती।

ए ज़िंदगी तूने दिए है जो लाख सितम मुझको,
कि अब सौ दर्द जो मिले तो, परेशानी नहीं होती।

-



कई दफ़ा कुछ नज़्म अधूरे रह जाते हैं,
कई दफ़ा मीलों दूर किनारे रह जाते हैं।

एक दफ़ा पूछ तो लेते ख्वाहिश हमारी,
कई दफ़ा समंदर भी प्यासे रह जाते हैं।

-



मालूम थी मेरी हर नब्ज उसे,
वो ‘हकीम’ मेरे हर मर्ज़ का इलाज था…

-



खुद को ‘खुद’ में तलाशता हूँ,
हाँ, मैं ज़िंदगी से भागता हूँ।
लोग कहते हैं मैं मज़बूत हूँ मगर,
मैं खुद को कमजोर मानता हूँ।

-



मैं नहीं पसंद तुझे तो कह क्यों नहीं देती,
‘ए-ज़िंदगी’ मेरा रोज़ यूँ तमाशा न बना।

-


Fetching कुलदीप शर्मा Quotes