मैं चांद सा शांत,तुम समुंद्र सी हलचल प्रिय,मैं ठहरा हुआ आसमान,तुम उड़ता तूफान प्रिय।@V - Kuch_baate_adhuri_si
मैं चांद सा शांत,तुम समुंद्र सी हलचल प्रिय,मैं ठहरा हुआ आसमान,तुम उड़ता तूफान प्रिय।@V
- Kuch_baate_adhuri_si