2 JUN 2020 AT 22:45

और मन कभी ये सोच के भी भर आता है कि
अगर इस उदासी ने भी मुंह मोड़ लिया तो;
... कौन लगाएगा गले अपने
और कौन रहेगा साथ
जबकि कोई और ना हो पास...
बस,
यही सोच के मना लेते हैं इसे
रूठ के जाते वक़्त हर बार!

- ©agrwalswati