कृष्णम सानिध्यम   (© Prashant Gupta)
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मुझे न पढ़े 😊


10th January🎂
Follow me in instagram- @krishnam_sanidhyam
Joined 17 August 2020


मुझे न पढ़े 😊


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शिकायतें तुझसे नहीं तो किससे करूं बता?
दिल का हाल लिखूं या गुमसुम रहूं बता।
तू इतनी दूर बैठी , पूछती है कि मैं कैसा हूं,
कि मैं कहूं जिंदा हां, या मर गया बता।।

राह चलते गुनगुनाता हूं तेरा नाम,
इश्क़ में अब और क्या करूं।
तेरे नाल उम्मीद लगा बैठा है दिल,
मैं तुझसे प्यार करूं या खुद को छोड़ दूं बता।

कई बार कही है, इक बार फिर कह देता हूं
तेरी मर्जी के बगैर,
मैं तेरे सिवा किसी का नहीं,अब और क्या कहूं बता।

तू क्यूं तय करती है कि साथ उम्र भर का नहीं हमारा,
कर ले कुछ देर बातें, ले ले मेरा नाम जुबां पे,
बैठ मेरे साथ तुझे जी भर के देख लूं,
सुन, इधर तो देख,मेरी तरफ,
मेरा कोई नहीं इस दुनियां बिच तेरे नाल क्या करूं बता।।

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मेरे कमरे के अंदर आ गई है धूप,
छुप छुपाकर खिड़कियों से।
इस तरह सिर्फ़ तेरे आने की उम्मीद
थी मुझे कभी।।
आकर मेरे साथ बैठती है, बातें करती है,
मुझे निहारती है बेवजह ही।
इस तरह तेरे साथ वक्त गुजारने की
उम्मीद थी मुझे कभी।।
वो मुझे छूती है तो जलने लगता है
अंतर्मन मेरा,पिघलने लगती हैं
भावनाएं मेरी।
इस तरह छूने की ,मुझे उम्मीद थी
तुझसे कभी।।
वो चाहती है हो जाना मेरा ताउम्र
के लिए।
तू ही बता , तेरे सिवा हो पाऊंगा,
किसी और का मैं कभी।।

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कोई मिले जो दे साथ अंतिम सांस तक,
इस धोखे में कोई किसी के साथ होने से कतराता रहा।

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एक दिन आप स्वयं स्वीकार करेंगे,
कि उसके अलावा कोई आपके साथ नहीं है।।

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विषय आसक्ति जितनी कम होगी,
ईश्वर के प्रति विश्वास उतना ही दृढ़ होगा।।

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मैं जानता हूं तुम्हें चाहना मुश्किल है,
यही सोच कर बस तुम्हें चाहता हूं मैं।।

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तुम मुझे पढ़ती रहा करो,
मैं तुम्हें लिखता रहता हूं।

अब रात भी देर रात तक
जाग कर गुजारता हूं,
दर्द इतना होता है कि
खुद को भूल जाता हूं मैं।
मेरी इक आवाज पर वो
आ जाए करीब मेरे,
अब ऐसा नहीं होता,
वो थक कर सो गई होगी,
ऐसा सोच कर सो जाता हूं मैं।

तुम मुझे पढ़ती रहा करो,
मैं तुम्हें लिखता रहता हूं।।

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निःशब्द हो जाता हूं कभी कभी,
जब मैं खुद का हो नहीं पाता,
तुम्हारा हो जाता हूं कभी कभी।।

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दुनियां के सारे रंग तुमसे है,
केशव, मेरे होंठो पर हँसी
चेहरे पर ये गुलाल तुमसे है।

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इस संसार में प्रेम के अलावा अन्य
कुछ भी
प्राप्त करने योग्य है ही नहीं।

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