आजकल उनकी दोस्ती भी इसक़दर सबको रुला रही हैकी अपनो को खोने के दर्द का एहसास करा रहीं है -
आजकल उनकी दोस्ती भी इसक़दर सबको रुला रही हैकी अपनो को खोने के दर्द का एहसास करा रहीं है
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वो श्क्स हमारी बातों से आदतों से इस कदर परेशान है और हमे उनकी आदत सी हो गई हैं हम इस बात से परेशान है -
वो श्क्स हमारी बातों से आदतों से इस कदर परेशान है और हमे उनकी आदत सी हो गई हैं हम इस बात से परेशान है
चुप चाप गुमसुम ख़ामोश सी रहना चाहती हूं मैंबिल्कुल भी ठीक नहीं हूं यह कहना चाहती हू मैं -
चुप चाप गुमसुम ख़ामोश सी रहना चाहती हूं मैंबिल्कुल भी ठीक नहीं हूं यह कहना चाहती हू मैं
उलझन में बैठे-बैठे सोच रहे हैं हम यह कब सेतुम हमारे हुए जा रहे हो या हम तुम्हारे ही है कब से -
उलझन में बैठे-बैठे सोच रहे हैं हम यह कब सेतुम हमारे हुए जा रहे हो या हम तुम्हारे ही है कब से
जब खामोशियों की तन्हाइयों से दोस्ती जो हुई क्यूं रहते हो उदास यह बात और गहराई से हुई -
जब खामोशियों की तन्हाइयों से दोस्ती जो हुई क्यूं रहते हो उदास यह बात और गहराई से हुई
गिरने के बाद अकेले उठकर चलना सीखा है मैंनेठोकरो से अक्सर सबक खाकर जीना सीखा है मैंने -
गिरने के बाद अकेले उठकर चलना सीखा है मैंनेठोकरो से अक्सर सबक खाकर जीना सीखा है मैंने
पहले तो तुम्हारा ऐसे हमसे दूर चले जाना फिर वापिस आकर अपनी याद दिलाना ,और याद दिलाकर फिर से तुम्हारा चले जाना ठीक नही है तुम्हारा ऐसे बार-बार आना जाना -
पहले तो तुम्हारा ऐसे हमसे दूर चले जाना फिर वापिस आकर अपनी याद दिलाना ,और याद दिलाकर फिर से तुम्हारा चले जाना ठीक नही है तुम्हारा ऐसे बार-बार आना जाना
अब तो झूठ भी हम इतना सफाई से कहना सीख गए हैंकि सब कुछ ठीक है यह कहकर अकेले रहना सीख गए हैं -
अब तो झूठ भी हम इतना सफाई से कहना सीख गए हैंकि सब कुछ ठीक है यह कहकर अकेले रहना सीख गए हैं
मुश्किल है तन्हाइयों में गुमसुम और खामोश रहना कोई आवाज भी दे तो अपना सा लगने लगता है -
मुश्किल है तन्हाइयों में गुमसुम और खामोश रहना कोई आवाज भी दे तो अपना सा लगने लगता है
वो सब कुछ जान के भी अनजान से हो गएहम भी कुछ ना कह के नादान से हो गए,जाने अनजाने में ही सही वो गए हमें छोड़ केऔर हम भी उनके बिना ख़ामोश से हो गए! -
वो सब कुछ जान के भी अनजान से हो गएहम भी कुछ ना कह के नादान से हो गए,जाने अनजाने में ही सही वो गए हमें छोड़ केऔर हम भी उनके बिना ख़ामोश से हो गए!