यहाँ अँधेरे में है जिंदगी मेरी,
और लोगों को मेरे घर की पड़ी है।
सूना है जहां मेरा,
लोगों को आशियानें की पड़ी है।
फ़िजा बेरंग हुआ पड़ा है,
पर लोगों को फ़िक्र है,
"आँगन में रंगोली क्यूँ नहीं है ?"
दिल तन्हा पड़ा है सीने के किसी कोने में बैठा,
और लोगों को बस रंगीन ख़्वाबों की पड़ी है॥-
फिर जब कल पूछोगे आप मुझसे मेरा हाल, मैं क्या जवाब ... read more
इम्तिहान भी जिन्दगी का बड़ा अजीब है।
खूबसूरती सामने बिछाकर देखता है मुझमें
बर्दाश्त करने की कितनी छमता है।
चन्द शब्द तारीफ में किसी के निकाल क्या दिया ,
सबको बोलता है कि यह लड़का भी
किसी के लिए दीवाना बना फिरता है।-
हीरा अगर गधे के
गले पे लटका हो,
तो इससे हीरे की
कीमत कम नहीं
होती। भले ही
पीतल के ऊपर
सोना चढ़ने से
पीतल का भाव
बढ़ जाता हो।
वैसे ही अच्छा पहन-ओढ़ लेने से समाज भले ही
किसी को बहुत ज्यादा सम्मान देने लगता हो।
पर ज्ञान का अहमियत इंसान के सरल या
ज़मीनी रहने से कम नहीं होती।-
1st quote, as a teacher-
"मैं उन्हें पढ़ाऊँ...
मैं उन्हें पढ़ाऊँ उससे बेहतर
क्यूँ ना मैं उन्हें पढ़ना सीखा दूँ..!
कोई मेरी उँगली पकड़ कर चले,
इससे बेहतर क्यूँ ना मैं उन्हें चलना सीखा दूँ..!!
मेरी उँगली पकड़ कर चलने वाला,
हमेशा मेरे कदमों के पीछे चलेगा ।
मेरे सहारे के बगैर दौड़ने वाला,
किताबें भी मुझसे पहले पढ़ेगा ॥-
शिकायत क्या करूँ मेहबूब ऐ तुम्हारी !
जिसके दिल में मेरी अहमियत नहीं,
तुम वो पहली थोड़ी ना हो ।
तुमने तो खैर झूठी
तसल्ली भी ना दी थी कभी।
जिनके दिल के करीब था कभी,
और जिन्होंने अपने जिंदगी से निकाल दिया,
शिकवा तो मुझे अब उनकी भी नहीं है॥-
"कुछ उलझा हुआ हूँ इस कदर आजकल अपनी जिंदगी में...
मुझे माफ़ करना।
जो कभी एक मौका नहीं छोड़ता था तुम्हारी कद्र करने को...
आजकल एक नजर उठाकर देखने तक का वक़्त नहीं है।"
Lines from the poem, "अब वो वक़्त नहीं है"
Available on KrishnaKunal.Blogspot.Com-
"पैसों से ज्यादा अहमियत रखता है वक़्त, वक़्त से ज्यादा अहमियत रखता है नियत, और नीयत से ज्यादा अहमियत रखता है knowledge, यानी कि ज्ञान।"
Line from the bilingual story,
"Hope Without Hope" available on KrishnaKunal.Blogspot.Com-
"देखो, मैं तुम्हें कितना पसंद करता हूँ, या तुम्हारी friend
मुझे लेकर तुम्हें बहकाये, या मेरे friends तुम्हें मेरे करीब
लाने की कोशिश करें, तुम्हें इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए।
इन सब से manipulate होकर नहीं, बल्कि तुम्हारा दिल
अगर खुद मुझे पसंद करे, तभी मुझे चुनना।"
Line from the bilingual story,
"Hope Without Hope" available on KrishnaKunal.Blogspot.Com-
"You do anything for yourself without any expectations from others. You will get joy whenever you did something you want to, for someone. No matter does anyone do something for you after or not. You do always for your self-joy i.e. self-love."
Message from my short story, "Relief by Self-Love" available on KrishnaKunal.Blogspot.Com-
कई मिलेंगे तुम्हें मुझसे बेहतर,
पर मुझसे वो बेहतर क्यूँ है
इसका उनके पास कोई जवाब ना होगा।
फिर भी करे कोई कोशिश मुझसे तुलना करके
खुद को बेहतर साबित करने की।
तो उससे पूछना, "खुद को बेहतर साबित करने के लिए
किसी को नीचा दिखाने की जरूरत क्या थी ?"-