पता नहीं क्यूं, तुम्हें पढ़ने का मन किया
छोड़ चुके थे शब्दों की दुनिया को
पर वापस आकर,.. न जाने क्यूं..
तुमसे लड़ने का मन किया !-
दिल💓 की बात ,जब किसी से कह नही पाते हैं..
तब शायद.. वो लेखक बन जाते हैं...✍️
पता नहीं क्यूं, तुम्हें पढ़ने का मन किया
छोड़ चुके थे शब्दों की दुनिया को
पर वापस आकर,.. न जाने क्यूं..
तुमसे लड़ने का मन किया !-
Lot's of Opportunities is waiting
if You able To break Your Comfort Zone.-
स्वार्थ की इस दुनिया में,
एक पे ही भरोसा कर सकते है,
केवल.... उस ईश्वर पे,
समय लगेगा, पर वो न्याय.. जरूर करेगा !-