चिपक रहा है बदन पर लहू से पैराहन
हमारे जैब को अब हाजत-ए-रफ़ू क्या है
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जो कयामत के बाद भी ज़िंदा हूँ....
अपनी मंज़िल को भुला कर जिया तो क्या जिया
है दम तुझमे तो उसे पा कर दिखा
लिखदे ख़ून से अपनी कामयाबी की कहानी
और बोल उस किस्मत को
है दम तो मिटा कर दिखा....-
जोड़ प्रीत ख़ुद से तू मनुआ
या ख़ुदा से तू ईश्क ही कर ।
कर रही क्या दुनिया ये तुझ संग
कर क्षमा इन्हें रश्क ना कर।।-
नजाने क्यों बेचारा
ये दिल तरसता है
कुछ आंखों से आंसू नहीं
खून बरसता है...-
ग़ुम हो गया था किसी का लोहा कभी
उसे याद बोहोत करता है....
घर के किसी कोने में
रखा सोना भी धूल झांकता है।-
अपने ही वजूद से जंग करता हूँ
कभी कभी मैं ख़ुद को भी दंग करता हूँ....
उम्मीद बोहोत रखता हूँ उस से वफ़ा की
फिर क्यों मैं आख़िर उसी से रंज करता हूँ.....-
अपना दर्द मुझे खुद ही उठाना है
मैं जानता हूँ कि तुम्हारा साथ चलना सिर्फ एक बहाना है....
दो पल को जो तुम इज़हार ऐ इश्क़ मुझसे कर बैठे थे
अब देखो रंज भी मुझसे तुम्हीं को निभाना है
अब देखो रंज भी मुझसे तुम्हीं को निभाना है।
महफ़िल नहीं मेरे नसीब में
महशर ही रोज़ गंवारा है
अब तो सारे जहां का ही दर्द
मेरा सारा का सारा है।
आख़िर किस तरह सुकूँ का कोई नग़मा
मुझे तुम सुनाओगे
मेरा तो हमसफ़र ही हशर का तराना है
मेरा तो हमसफ़र ही हशर का तराना है-
रंग तेरा ही छाया है हर जान में
चाहे छोटी हो या बड़ी इस जहान में
मैं तो देखूँ बस तुझको ही मुर्शिद मेरे
बेफिकरा हूँ मैं बस तेरी शान में-
रक्षाबन्धन का महत्व केवल इतना सा नहीं है कि
तुम अपनी बहन की रक्षा करो उसकी फिक्र करो
उसे गिफ्ट दो और साल में एक दिन special feel करवाओ
करना हो तो इतना करदो कि दूसरों की बहनों की भी इज़्ज़त करो ,
ताकि कभी किसी की बहन को समाज में तकलीफ का
या बुरे व्यवहार का सामना ना करना पड़े।
वैसे हमारे समाज में आजकल बहनों की
कुछ ज़्यादा ही इज़्ज़त होती है जहाँ बात बात पर bc mc बोला जाता है
हाँ कड़वी बात जरूर बोल रहा हूँ लेकिन है तो सच
और हो सकता है कुछ लोगों को आग भी लगेगी पढ़ कर..
क्या फायदा ऐसे लोगों का झूठा आडम्बर करने का।
जो लोग सही हैं वो मेरी बात को ज़रूर समझेंगे।
happy रक्षाबन्धन।
सबकी बहनों की इज़्ज़त करो।-
किसी नें मुझसे पूछा
कृष्ण तुम्हारी मुताबिक सच्ची दोस्ती क्या है..??
मैंने कहा
सच्चा दोस्त वो
जो तुम्हें गलत राह जाने से रोके और सही रास्ता दिखाए...
सच्चा दोस्त वो जो तुम्हें झूठ मुठ का खुश रखने के बजाए
तुम्हें सच्ची बात बिना डरे कहे....
सच्चा दोस्त वो जो तुम्हारे स्तर को ऊपर उठाये
सच्चा दोस्त वो जो तुम्हारी ज़िन्दगी में सुकून की तरह हो
सच्चा दोस्त वो जो सबके साथ छोड़ जाने के बाद भी
चट्टान की तरह तुम्हारे साथ खड़ा रहे
सच्चा दोस्त वो जो तुम्हारे लिए सारी दुनिया की फिक्र छोड़ दे...-