चलो ख्वाब पूरे करते है।
इश्क़! शायद अधूरा ही अच्छा है।।-
Love is... read more
वो चाँद वो सूरज वो अम्बर ये ज़मीन .... वो हवाएं वो समंदर वो खिलते फूल सभी ....
वो सड़कें वो कस्बे वो शहर की सूनी सी गली वो अंधेरा गहरा और वो कोने में जलती रौशनी....
जब एक सीधा सा दिल उदास होता है.. तो वो अकेला नहीं होता.
उसकी मायूसीयों में संग उसके ... ये सारा जहान खोता है....-
हर नजर में मुमकिन नहीं..बेगुनाह दिखना..
कोशिश यही हो..कि खुद की नजर में बेदाग रहें..!!!
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यू शाम उतरती है दिल में
कुछ सपने अधूरे लिए हुए
कुछ आशाएं पूरी हो गई
कुछ को दिल में लिए हुए
ढलता सूरज ना जाने बादलो मे कब
छिप जायेगा
इस ढलते सूरज के साथ
हमारी जिंदगी का
एक दिन और कम हो जायेगा
कल फिर से उम्मीदों के साथ
सूरज की किरण होगी,
यही सिलसिला चलता रहेगा
और एक दिन जिंदगी खत्म होगी !
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शब्द जब सीमाएं पार करते हैं
तब अर्थ दिल दुखाते हैं.....-
समंदर एक ऐसा प्रेमी है,
जो सबसे ज़्यादा क्षमा से भरा हुआ है.
वह हर पल ख़ुद से दूर जाने वाली
लहरों को क्षमा करता है
और वापस अपने में शामिल कर लेता है.
जाने देना भी प्रेम है.
लौटे हुए शामिल करना भी प्रेम है.-
एक लम्हे में सिमट के टूट गया सफर सालों का...
जिंदगी बहुत तेज...बहुत तेज चली हो जैसे...-
जरुरी नहीं कि कोई बात ही चुभे,
किसीसे बात ना होना भी चुभता है !!-
कोई भी हमारे आत्मसम्मान के साथ
तभी खेल सकता है।
जब हम उसको अपने हृदय मे जगह दे देते हैं ।
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Online इश्क -
उसकी "typing..." पर, खुशी से काँपती मेरी उँगलियाँ.. इश्क़ है..
उसकी "New profile pic" को.. मिनटों तक.. एकटक झाँकती पलकों की पंखुड़ियाँ.. इश्क़ है..
गुफ्तगू करने की.. अनगिनत ख्वाहिशों के बीच..
"online" होकर भी चीखती खामोशियाँ.. इश्क़ है..
जरा सी आहट पे.. फोन पकड़ कर बैठ जाना..
वो "notification" की टनटनाती घंटियाँ.. इश्क़ है..
कैसे हो? पूछने पर.. "i am fine" बताना
लिख कर मिटाना.. मिटा कर छिपाना,
वो "draft" में बेबस पड़ी अनकही अर्जियाँ .. इश्क़ है..
उसका नाम सुन कर धड़कनों का बढ़ जाना..
और.. उसका नाम सुना कर दोस्तों की मन-मर्जियाँ.. इश्क़ है..
अनंत तक चलने वाली "convo" में..
"Hmm" और "K" की तल्खियाँ.. इश्क़ है..
"Call" आने पे बावला हो जाना,
अलाना.. फलाना.. बतियाना.. दिल ही दिल में.. खिलखिलाना,
वो बच्चों सी खुशियों वाली.. किलकारियाँ.. इश्क़ है..
मसरुफ़ियत.. कितनी भी भारी पड़े कैफ़ियत पूछने पर..
बस इक बार.. "Last seen" देखने वाली बेचैनियाँ.. इश्क़ है..
सुबह सबसे पहले उठकर " coll log " में उसका "call " देखना...."इश़्क" है
हर सुबह की "gm" और देर रात की "gn " इश्क़ है
बस बेइंतहा इश्क़ है
''इश्क़ है "....!!!-