Krati Mandloi   (©Krati_Mandloi✍️)
377 Followers · 23 Following

read more
Joined 8 January 2018


read more
Joined 8 January 2018
1 APR AT 17:09

"The heart feels lighter when you surrender your problems in the gentle embrace of solitude to God."

(1-04-2024)✍️

-


5 OCT 2022 AT 20:57

वर्तमान का दशानन है, मानव षडरिपुओं पर सवार,
सत्य से एकाकारिता में, करना होगा इसका संहार।

सत्य एक मात्र सारथी, होती सदा सत्य की जीत,
असत्य का गढ़ तोड़, सत्य संग कर ले प्रीत।

बाधाओं को पार कर, चाहे बिछे हो राह में शूल,
सत्य के मार्ग में, अंततः यही शूल बनेंगे फूल।

अपने अंदर झाँक, स्वयं की बुराइयों का कर दहन,
तुझ में राम समाए है, हृदय से करता जा मनन।

(5-10-2022)

-


31 MAR 2022 AT 17:11

चोट खाने के बाद भी, दिल संभलता नहीं है,
ना जाने उम्मीदों से क्यों नाता तोड़ता नहीं हैं।
नादानी में कर लेता है, यकीन मोहब्बत पर,
क्योंकि ख़ुद का बस, इस पर चलता नहीं है।

(31-03-2022)

-


19 SEP 2021 AT 13:06

इतनी तौफ़ीक़ दे ख़ुदा, मुड़ कर देखना गँवारा ना हो,
माज़ी -ए- मरहूम से कभी, कल मेरा हारा ना हो।
इस कदर बसे ज़र्रे-ज़र्रे में तू, मेरे दिल-ओ-जान में,
मेरे दर्द-ओ-ग़म का, तेरे सिवा कोई सहारा ना हो।

(19-09-2021)✍️

-


8 SEP 2021 AT 18:29

ख़ुदा ! जो मेरा है, उससे मुझे मिला देना,
उसी की आरज़ू को, दिल में जगह देना।
मिन्नतें करना कभी, मुझे क़ुबूल नहीं होगा,
हक़ से मुझे तू मेरा, उसे जता देना।

(8-09-2021)✍️

-


10 AUG 2021 AT 22:52

My soul is made of love.
it enlightened, it nourished
with the divinity of love.

(10-08-2021)✍️

-


9 AUG 2021 AT 13:58

कलम-ए-दिल से अपनों के लिए इश्क़ का पयाम लिख रही हूँ,
ज़िंदगी के काग़ज़ पर एहसासों के रंग उनके नाम लिख रही हूँ।

(9-08-2021)✍️

-


8 AUG 2021 AT 22:20

लफ़्जों की आग में, एहसास झुलसने लगे है,
दिल की ज़मीं को, तपिश सा करने लगे है।

ज़ख़्मों की टीस को, बढ़ाती है चिंगारी उनकी,
बग़ावत में रेजा-रेजा, वो ख़ामोशी तोड़ने लगे है।

अरसा हुआ, उन्हें कोई माकूल जवाब नहीं मिला,
आख़िर में भूल कर सब, बेबाक होने लगे है।

(8-08-2021)✍️

-


8 AUG 2021 AT 12:44

हर घड़ी कोई ना कोई पास है,
यादों में रहते जिनके एहसास है।
निशानी है कायम जाने वालों की,
इन्हीं से डोर का जुड़ा विश्वास है।
थामे हाथ, जब मुंतशिर हो जाए,
इसी में कहीं ज़िंदगी की आस है।

(8-07-2021)✍️

-


7 AUG 2021 AT 19:14

अकेला सफ़र ज़िंदगी में, सभी को तय करना है,
रास्ते में मिलेंगे कई, जिन्हें तुम तक होकर बढ़ना है।
यहाँ कोई भी ऐसा नहीं, जो सदा तुम्हारे साथ होगा,
ख़ुद को साथी मान कर, अंज़ाम तक तुम्हें लड़ना है।

(7-08-2021)✍️

-


Fetching Krati Mandloi Quotes