क्या कहें, क्या सुनें,
मन कुछ कह रहा,
दिल कुछ कह रहा,
जुबा खामोश हैं-
Nature lover
Royalty-rajputana
Jaipur Rajasthan
Instagr... read more
पता नहीं क्या अच्छा है
और क्या बुरा है
एक दरिया है वक्त का
जो बहता जाना है
कुछ खट्टे-मीठे पलों का
कुछ यादों का पिटारा है
ये जीवन एक बहती धारा है-
दुआएँ कबूल होती है सबकी,
ऊपरवाले के दरबार में
माना हो जाती हैं कभी देर सवेर
पर दुआएँ असर जरूर करती है-
साल के आखिरी कुछ घंटे बचे हैं,बदलना कुछ भी नहीं है, साल के सिवा, तो मुस्कुराते रहिए, लक्ष्य की और कदम बढ़ाते चलिए
-
दरअसल मसला ये नहीं है कि
उन्हें हम पसंद नहीं है,
मसला तो मेरे हालात हैं,
जो वक़्त के साथ बिगड़ते जा रहे-
आसमान का चाँद कभी तन्हा नहीं होता
साथ उसके तारे होते
उसी तरह दर्द में दीवाना कभी तन्हा नहीं होता
वो भी बेहिसाब यादें और पलों को समेटे होता है-
उनको अखरती है मेरी बातें
उनकी फिक्र की
शायद ,उन्हें यकीन नहीं मेरी शराफत पर-
कुछ लोग इतने प्यारे होते हैं
मन करता गले लगा के ,
उनके सारे दुःख छीन लूं-
सुना ही देते हैं हम,
फलसफा ए जिंदगी का
कभी उदास शामें ,
तो कभी मुस्कराती
कभी गम ए रातें तो,
कभी खिलखिलाती
कभी गुलाब सी खिली सुबह,
तो कभी उलझी सी!!-