People are like birds, when we give them grain, they come to pick the grain. as their need fulfill, they fly away...
If your kindness strengthen someone's wings, then just keep on giving.
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किती काळ घेतले आढे वेढे
अन् लांबली कविता...
शेवटी त्याच्या हृदयात येऊनी थांबली कविता.-
इत्र सा है वो जनाब
कभी जिस्म से लिपटता
तो कभी हवा में उड़ जाता है,
पर जब तक पास रेहेता
तब तक बिखरे मन को महका के चला जाता है-
भूल जाना वो इश्क और अश्क
हमने तो आखों को बता के रखा है,
बड़ी देर से आए तुम ढूंढने हमारी आखों में
वही प्यार ....
हमने पन्नों में कही
शायरी बना के रखा है-
शरम को पूछा मैने
क्यू मन का दामन छोड़ती हैं??
वो बोली मुझे तो पिया की नजर छेड़ती हैं-
कलम ने तो पिया का नाम लिखा था
नजरों को उसमें केवल शाम दिखा था-
पता नहीं क्यों ये शाम हो गई
फिरसे पिया की याद आ गई
चले गए हम उन्हीं के रस्ते पे
और वहिपे कमबख्त नींद खो गई .-
तीखी खट्टी बेहेस ही सही
पर बात तो होती है ना
वो मिलने आए या ना आए
पर याद तो आती हैं ना-
तितके तुला बरेच जमले
श्वासांच्या वाटेत रेंगाळने
श्र्वासांसवे आत येऊनी
उगा मन गांधळणे..-
गम मे टूटने वाले तो लाख देखे
पर तेरी एक झलक पे लुटने वाला
बस हमारा दिल था....-