Kokil Rajpurohit   (©kokil Rajpurohit)
1.8k Followers · 33 Following

लिखने की महज़ कोशिश 😊
Joined 1 September 2018


लिखने की महज़ कोशिश 😊
Joined 1 September 2018
14 APR AT 13:00

दोष देते रहे वो 'चांद' को हमेशा कि कभी अपना नहीं हुआ..
वो लोग जिन्होंने 'आसमां' बनने की कभी कोशिश भी नहीं की।

-


8 MAR AT 13:13

सबसे पवित्र हृदयों को सदेव
पत्थर समझा गया ......
एक दिन वह सच में पत्थर बन गए

ओर चुन लिये गए
'ईश्वर' कि मूर्तियों के लिए ...।

-


8 JAN AT 17:48

ना ही वह लोग...
जो छोड़ चुके हैं शहर तुम्हारा।

ना ही वो...
जिन्होंने तय कर ली कई देशों की दूरी ।

और वो तो बिलकुल नहीं...
जो रहते हैं अब 'आसमां' में |

नहीं.. इनमें से कोई कहीं नहीं गया
सभी हैं बस... एक "याद" की दूरी पर ।

दूर चले जाने का केवल एक मतलब हैं..
"मन से निकल जाना हैं "

जो मन से चले जाते हैं ..
वो सामने हो.. फ़िर भी कभी नज़र नहीं आते हैं ।

-


14 SEP 2024 AT 20:12

"ज़िन्दगी का पतझड़"

( Read in caption )

-


22 FEB 2024 AT 16:50

शाम के वक्त
जब उजाला चल पड़ता हैं
पश्चिम की ओर
कुछ किरनें जब झांकती हैं क्षितिज से

उस वक्त घंटों बिताता हूं मैं ...
अपने घर की छत पर ।

लेकिन..मैं सूर्यास्त नहीं देखता ।

मैं निहारता हूं ....
घोंसले की ओर लौटती छोटी चिड़िया को ।

किसी को जाते देखने से
ज़्यादा सुकून देता हैं मुझे
किसी को लौट कर आते हुए देखना ।

-


3 NOV 2023 AT 10:52

चांद , तारा, आसमान नहीं....
तुम किसी के लिए "धरती" बनना ।

( Read in caption )

-


13 OCT 2023 AT 20:34

रात के स्याह अंधेरे में टिमटिमाते तारों सी
कुछ उम्मीदें चमकती हैं आंखों में मेरे....

-


29 AUG 2023 AT 17:09

मगर याद रखना तुम सपनें मत देखना.....

(Read in caption)

-


25 JUL 2023 AT 14:50

शहरों के सबसे पुराने इलाके
कभी "शहर" नहीं हो पाते...।

-


23 APR 2023 AT 21:19

बूढ़ा होता बरगद चाहता हैं ...
शाखाओं से झूलते बच्चें..
कभी "बड़े" ना हो ।

-


Fetching Kokil Rajpurohit Quotes