जब उससे जुड़ा था,
तब ही सोच लिया था..!
उसका हमेशा साथ दूंगा,
इसलिए दोस्ती गहरी कर ली..!!
उसको हमेशा समझूंगा,
सपोर्ट करूंगा..
इसलिए यारी भी गहरी कर ली..!
और उसके हर अच्छे-बुरे वक्त और
गलतियों में भी उसका साथ दूंगा,
तो यार से प्यार भी गहरा कर लिया..!!
बस अब इंतज़ार हैं तो इस बात का..
कि उसे भी मेरी बातों पर भरोसा हो,
कि अगर 'मैं' साथ हूं, तो
उसे किसी और की ज़रूरत ही ना हो..!!
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