किसी दरख़्त से टूटा हुआ पत्ता नहीं जो जुड़ न पाऊं,
मैं कोई पर कटा परिंदा नहीं जो फिर उड़ न पाऊं,
फ़क़त एक मंजिल की क्या बात करते हो साहब
हौसले तो हैं मेरे कि फ़लक को ज़मीं पे ले आऊं !
-
मतलब भरी इस दुनिया में खुशियाॅं कम अधिक आज़ार मिलते हैं,
यहाॅं समझने वाले कम परखने वाले हज़ार मिलते है,
ये जो सादगी भरा दिल लिए घूम रहे हो ज़माने में 'कोमल'
यहाॅं मोहब्बत नहीं ज़िस्मों के बाज़ार मिलते हैं...!!
@KK_ki__क़लम-
नसीबों को पढ़ा हमने भाग्य को भी तोड़ा मरोड़ा है,
किस्मत के दरिया भी हंस के पार कर गए,
ज़माना तो जीत लिया हमने
कमवक्त अपनों से हार गए !!-
नासूर बन चुके है ज़ख्म, अब दिखने लगे हैं!
तुझे पढ़ तो न पाए ए ज़िंदगी,अब लिखने लगे हैं!!-
खोए - खोए से रहते हो आजकल, कहीं दिल हारे लगते हो!
ऐसा तो नहीं था मिजाज़ तुम्हारा KK, मोहब्बत के मारे लगते हो!!-
किया था जिस पर भरोसा मैंने खुद से ज्यादा, वो यार मेरा मतलबी हो गया !
मिलती थी कभी जिसकी रूह से रुह मेरी,आज वो फिर अजनबी हो गया !!-
ज़िक्र मेरा हर वक़्त उसकी ज़ुबान पर आए ,
इतनी शिद्दत से अगर कोई चाहे तो मज़ा आ जाए ...!!-
तुम ये जो करते हो पीठ पीछे मेरे वो मैं बात बता सकता हूं,
बेशक आईना नहीं हूं मैं पर तुम्हारी औकात बता सकता हूं...!!-
लबों पे मुस्कुराहट है आंखों में है नमी,
सब कुछ है मेरे पास बस तेरी है कमी...!!-