जो हम तुमसे पा बैठे
बयां न कर सके हम
अपने दर्द को
खुद से ही हम खफा हो बैठे।।-
सहती है बेटियां
कभी कुछ तो कभी कुछ करने को
मजबूर हो जाती है बेटियां
घर की जिम्मेदारियों को कुछ
यूं निभाती है बेटियां
कभी रिक्शा कभी ट्रेन चलाती तो कभी
पायलट बन जाती है बेटियां
बेटों से ज्यादा रिश्ते और फर्ज़
निभाती है बेटियां पर
फिर भी न जाने क्यों
बोझ बन जाती है बेटियां।।-
से आंसुओ का सैलाब
कुछ यूं निकला
इंसान जिंदा तो रहा
पर बिखरा हुआ निकला-
ज़िन्दगी का हर पल खूबसूरत होगा
जियेगे ज़िन्दगी हम भी अब शान से
क्यूकी कोई भी ना अब
हमारा हकदार होगा
होगे अब हम अपनी ज़िन्दगी के खुद मालिक
बस अब ज़िन्दगी का बसर कुछ अच्छा होगा।।-
सबसे सुनहरा पल है बचपन
बीते कल का सुकून है बचपन।
बैर, द्वेष से कोसो दूर
कोई चिंता की न थी होड़
केवल खेल-खिलोने थे भाते,
दोस्तो संग खुब समय थे बिताते
याद आता है जब भी वो बचपन
एक प्यारी सी हंसी दे जाता है बचपन।।-
मेरी ज़िन्दगी की कोई शाम
जबसे आए हो ज़िन्दगी में
हर शाम अब खुशनुमा सी हो गए है।।-
पहचान ना पूछो मुझसे मेरी, में तो श्याम की दुलारी हूं।
दीवानी हूं श्याम नाम धुन की, में तो श्याम की लाडो(कीर्ति) प्यारी 🙈हूं।।-
चाहत नहीं जमाने में किसी के
दिल की खास बनू...
बस तमन्ना यही है कि श्याम के
दर की दासी बनू में।।
🙏🏼ओम श्री श्याम देवाय नमः🙇
🙏🏼जय श्री श्याम🙇-
के कुछ पन्ने अधूरे से है
कुछ भरे है तो कुछ पूरे से है
रह गए है कुछ कमी
अभी ज़िन्दगी को पूरा करने में
इसलिए ये किताब अभी कुछ अधूरी सी है।।-
वो साथ हो तो हर वक़्त बड़ा अच्छा लगता है,
हर पल हर कदम खुशनुमा सा लगता है।
उसकी आदत ही कुछ ऐसी है इस दिल को
की वो ना दिखे तो हर दिन अधूरा सा लगता है।।-