श्याही के आंशू भी खून बांके टपकते रह गए
जब सुनी शहादत-ए-शहीदों की
हर पत्थर दिल भी पिघल गया
जब देखी शव यात्रा शहीदों की 💐— % &-
kishor soni
(किशोर ⚕️)
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Joined 19 July 2020
14 FEB 2022 AT 2:50
18 OCT 2021 AT 15:33
जाने अंजाने में एक ख्ता कर बैठें हैं
उस ख्ता को नाम-ए-मोहोबत दें बैठें हैं-
10 OCT 2021 AT 10:19
कभी कभी गलती इंसान की नही होती
गलती वक्त और हालातों की भी हुआ करती है.....-
24 SEP 2021 AT 21:06
बंद करो यूं हमारे सब्र का इम्तिहान लेना
अधूरा सा हो गया हूं आपके बिना 😕-
29 JUN 2021 AT 23:35
ना जख्म भरे
ना शराब साहारा हुई
ना वो लौट के वापस आई
ना मोहोबत दोबारा हुई-
29 JUN 2021 AT 23:22
जो उड़ रहे है उनका क्या शोक मनाना
यहां तो अपने पाले हुए कबूतर भी गैरों की छतों पे बैठे हैं-
27 JUN 2021 AT 15:30
इस समाज ने ये कैसा कानून बना दिया
जिसके बदोलद जन्मे, periods में उसे ही नापाक बना दिया 😶-
20 JUN 2021 AT 12:04
किताबों से नहीं मैने जिंदगी की ठोकरों से सीखा है
और मुश्किलों में भी मुस्कुराना मैने अपने पापा से सीखा है-
16 JUN 2021 AT 18:58
मेरी बेरंग सी जिंदगी को रंगीन कर दिया
अंधेरी रातों को रोशन सा कर दिया
हाँ...ये तेरा इश्क ही तो है मेरी जान ❤️ जिसने
इस पत्थर को मोम सा कर दिया ❤️❤️-