क्या सोचती होगी वो?
जब-जब खुद को आईने में देखती होगी
और पीछे कोई नज़र न आता होगा
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
अब तो अकेले साथ न होगा कोई
पर चलते-चलते फूल देखकर, जब वो रुक जाती
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
हँसी तो जैसे उसपर छाई रहती थी
अब जब कभी हँसने का मन हो तो
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
अब उसे कोई न डाँटता होगा
और अकेले में कोई ताकता नहीं होगा
अब जब नाराज हो अकेले में बैठती होगी
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
मेरा सफर उसे कुछ पता नहीं
पर सपने में जब खुद को देखती होगी
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
शाम होते-होते वो थम जाती
और दिन से हारकर रात से बात करने चली जाती होगी
तब ख़ामोश रात जब कटती
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
रात उसे जो नींद आ जाती
पर फिर भी पहले गाना सुनती
अब जब नींद बिना गाने आ जाये
मैं अक्सर सोचता हूँ, क्या सोचती होगी वो?
-