रात की ख़ामोशी में डूबा,
दिल का सागर, उथल-पुथल सा,
तुम्हारी यादें, जैसे लहरें,
मुझे बेचैन करती सदा।
याद तुम्हारी करती बेचैन,
हर पल जैसे हो एक दिन,
दिल की बातें कह ना पाऊं,
आंखों में बसी हैं जो छुप के कहीं।
चाँदनी रात में चुपके से,
तेरी बातें दिल में बुनती हैं,
हर सास में तेरा एहसास,
जैसे परछाईं साथ चलती हैं।
दिल की बात बस याद बन जाती,
राह वही, कहानी सुनाती,
सपनों में भी तेरा चेहरा दिखाती,
याद तुम्हारी मुझे बेचैन बनाती।
हर लम्हा जैसे ठहरा हो,
तेरी यादों का गहरा हो,
इस दिल की दुनिया में,
बस तेरा ही चेहरा बसा हो।-
वफ़ा की उम्मीद में, दिल धड़कता है,
हर सुबह की किरन, नए सपने बुनता है।
विश्वास की वीणा, मन में झंकारती,
हर पल की धारा, प्रेम से सराबोर होती।
वचन की जोत जलाए, रात के अंधियारे में,
उजालों की प्रतीक्षा, हृदय में पलती है।
संस्कार की माला, बसी है सांसों में,
वफ़ा की मिठास, मन को महकाती है।
प्रेम की पावनता, धैर्य की थाती है,
वफ़ा की उम्मीद, जीवन की सच्चाई है।-
इश्क़ से पहले इश्क़ के बाद,
जिंदगी का सफर है आबाद।
फूलों की महक, हवा का गीत,
दिल की धड़कन, लम्हों की जीत।
इश्क़ से पहले ख्वाब अधूरे,
चांदनी रातें, चुप-चुप अंधेरे।
इश्क़ में रंगीन हुआ हर मंजर,
जैसे बंजारों का मिला हो सागर।
इश्क़ के बाद, ये हाल हुआ,
दिल ने सब कुछ पा लिया।
आंखों में सपने, होंठों पर गीत,
हर दिन, हर रात, अब है मीठी रीत।
इश्क़ से पहले थी तन्हाई,
इश्क़ के बाद है महकाई।
ये सफर है अनमोल, प्यारा,
इश्क़ से पहले, इश्क़ के बाद का नजारा।-
वक्त ठहरता नहीं, ये बहता है नदिया की तरह,
हर पल को जी लो यार, ये लौटेगा न दोबारा।
कल की फिक्र छोड़ दो, आज का लम्हा जी लो,
वक्त ठहरता नहीं, इसे मुस्कुरा के सी लो।
दुख हो या सुख का दौर, सब गुजर जाएगा,
वक्त ठहरता नहीं, ये सब सिखा जाएगा।
जिन्दगी की इस राह में, वक्त का साथ निभा,
हर पल को महकाओ, वक्त ठहरता नहीं, यादें बना।-
विश्वास अपना-अपना, सबकी अलग कहानी,
कोई पत्थर पूजता, कोई मानता है पानी।
दिल से जो भी मान लो, वो सच्चा हो जाता है,
विश्वास की इस दुनिया में, सब अपना पाते हैं।
विश्वास अपना-अपना, हर दिल की है बात,
कोई देखे ईश्वर को, कोई माने हाथ की लकीरें खास।
कोई खोजे खुद को, कोई औरों में पाए रब,
विश्वास की इस दुनिया में, सबका अपना है सबब।-
जो हौसला नहीं हारते, वो सितारे बन जाते हैं,
अंधेरों से भी लड़कर, अपनी राहें खुद पाते हैं।
हर मुश्किल को मात देकर, आगे बढ़ते जाते हैं,
जो हौसला नहीं हारते, वो मंजिल पा जाते हैं।
जो हौसला नहीं हारते, वो पर्वत चीर सकते हैं,
अपने हौसले की ताकत से, आसमां को छू सकते हैं।
हर मुश्किल को हंसी में, आसान बना सकते हैं,
जो हौसला नहीं हारते, वो इतिहास रच सकते हैं।-
तो खुदकी खोज़ में निकलुगी
ढूंढ रही हु जिस मै को में उस मै से ज़रूर मिलेगी,
उस की चाहत उसके सपने में उसकी हर बात सुनूंगी
अगर कभी वक़्त मिले
तो खुदकी खोज में निकलुगी,
सपने अपनों के पुरा करते करते मै सपना अपना भूल गई,
सफर पर निकली थी मंज़िल का पता लेकर साथ में ना जाने वो पता कहा में भूल गई।
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पूरा करते करते ज़िंदगी निकाल गई,
ज़िन्दगी को चलाने में ही ज़िन्दगी बेहिसाब लग गई।
सोचा था कभी अपने ख्वाब भी सजाएगे बड़ा नहीं हुआ तो क्या हुआ अपने सपनों का जहां बनाएंगे,
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मेहनत भी जरूरी है तकदीर में लिखा सब पूरा हो जाए बिना मेहनत ये कहानी थोड़ी अधूरी है,
मां मेरी मुझे ये कहती थी बिना आटा गूथे रोटी नहीं बन जाती और बिना मेहनत के वो तुम्हारे मुंह ताक भी नही आती।
ये तू फिर जिंदगी हैं बीना मेहनत सब मिल जाए ये कैसे हो सकता है,
बिना मेहनत धरती से अनाज उग जाए ये कैसे हो सकता है।
बिन मेहनत हमारी तकदीर बदल जाए ये कैसे हो सकता है,
हम बीना मेहनत रंग से राजा हो जाए ये कैसे हो सकता है।
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जिंदगी भर चाहत का वादा किया है, जो तुमने
उस वादे को निभाना जरूर,
ना राहु अगर कभी मैं
मेरी कब्र पे आकर अपने प्यार के दो फूल चड़ाना जरूर।
भूल जाना मुझे याद रखने के लिए
मिलने आना मुझे बिछडने के लिए,
मेरी आखों में जो ख्वाब कोई अधूरा रह जाए
उस ख्वाब अपनी आंखो में सजना जरूर।
जिंदगी भर चाहत का वादा किया है,
जो तुमने उस वादे को निभाना जरूर।-