अच्छाई का जमाना नहीं रहा
खुशियों का ठिकाना नहीं रहा
-
सोएंगे आज हम नई दुनिया बनाकर
चांद का तकिया बनाकर
नींद को सपना बनाकर
पराए को अपना बनाकर
सोएंगे आज हम नई दुनिया बनाकर
चांद का तकिया बनाकर
-
प्यार में जिंदगी
जिंदगी में प्यार
बहुत जरूरी है
यार पर भरोसा
भरोसे वाले यार
बहुत जरूरी है
खुशियों का संसार
संसार खुशियों वाला
क्या जरूरी है-
मिलने आए वर्षों के दोस्त पुराने
कोई हंस ले कोई रो ले
हम आंसू भी गंगाजल में धोले
सारे गिले शिकवे भूलकर
दोस्त बने दुश्मन को भी दोस्त बना ले मिलने
आए वर्षों के दोस्त पुराने-
अब खाली हाथों में बांधी कर चलते वाले थे
अब घड़ी हमें चलना फिरना सीखाएगी-
बैठ पीछे आगे से रास्ते हम निहार
बुखार तो सही अब बारी तेरी दहाड़ तो सही
बुखार है तब भी सही पुकार तो सही
इस देश में ही पहली बार बनी थी दूध से दही
दही से मक्खन और मक्खन से मट्ठा
सुधर जाओ नहीं तो पड़ेगा
श्रीधर से श्री नारायण का लट्ठा-
तुम्हारे लिए यही सही है
मैं सच्चाई है लिखता हूं मेरी जान
झूठ की पहचान नहीं करता
झूठ हो तभी तो मैं सही सच्चा बलवान नहीं बनता
भारत मास के कोख से जन्मा पहलवान नहीं बनता-