एक ही जिंदगी में सब कुछ होना..….. कभी खुशियों से भरा आसमान तो कभी गमों से बना पुल..... कभी लबों पे थिरकती खुशी का अहसास तो कभी आंखों से छलका अश्रु..... एक ही जिंदगी में सब कुछ ....
मैं उसकी दहलीज पर बना वो साथिया (स्वस्तिक) हूं । जो उसके साथ होने पर भी उसकी मंगल की कामना करता हूं , और उसके दूर जाने पर भी उसकी मंगल की कामना करता हूं ।