✍🏻Rakक्षा
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वक़्त ख़ामोश है टूटे हुए रिश्तों की तरह
वो भला कैसे मिरे दिल की ख़बर पाएगा
ज़िंदगी एक दर्पण-
एक ही जिंदगी में
सब कुछ होना..…..
कभी खुशियों से भरा आसमान तो
कभी गमों से बना पुल.....
कभी लबों पे थिरकती खुशी का अहसास तो
कभी आंखों से छलका अश्रु.....
एक ही जिंदगी में
सब कुछ ....-
Zindagi bhale Black & white hai....🖤
Par kya batau janab....
meri khwaishe abi bhi bhut high hai....🖤
✍🏻Ajnabi shayar-
मैं उसकी दहलीज पर बना वो साथिया (स्वस्तिक) हूं ।
जो उसके साथ होने पर भी उसकी मंगल की कामना करता हूं ,
और उसके दूर जाने पर भी उसकी मंगल की कामना करता हूं ।
अजनबी-
जाने वाले ऐ मुसाफिर सुनो........
मेरी यादों को तो साथ लेते जा रहे हो,
क्या लौट कर आओगे कभी ??
मुझे भी अपने साथ ले जाने के लिए ।
Dear Ajnabi-
तुमसे दूर जाकर अगर मैने किसी से सच्चा प्यार किया था। तो शायद वो मेरी कविताएं थी
क्योंकि उनके हर एक शब्दों की गहराई में केवल तुम्हारा ही जीकर था ।
अजनबी
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लिखना तो बहुत कुछ चाहती थी मैं ,
पर ना जाने क्यों ??
हर बार ये कलम तेरे नाम पर ही आकर रुक जाया करती थी ।
अजनबी-
तेरे यूं छोड़ कर चले जाने के बाद ।
अब हम दोबारा किसी से मोहब्बत तो नहीं कर सके,
पर हां सुनो ना...........….
हम समझौते बहुत खूब कर लेगे ।
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अपने कदमों को तुम स्वयं आगे बढ़ाना ,
इन्हें आगे बढ़ाने के लिऐ
किसी के सहारे या बैसाखी की आदत मत डालना ।
वरना ये लाचार और अपाहिज हो जायेंगे ।
✍🏻
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