किसी के चले जाने से....
किसी को कोई फर्क नही पड़ता.....-
ए-इश़्क फिर से दस्तक दे इस दिल में,
अब बिखरना नहीं बहना चाहती हूँ तेरे साथ,
दूरियों का एक काफिला उतरा कुछ इस तरह,
कि करीब आकर एक ठिकाना
बसाना चाहती हूँ तेरे साथ....-
इश्क़ से उम्र का क्या वास्ता जनाब,
पुरानी शराब अक्सर महंगी ही होती है....-
कभी रिश्ते बदलते हैं
कभी जज़्बात बदलते हैं,
कभी लोग बदलते हैं
कभी हालात बदलते हैं,
सभी को साथ लेकर चलना मुश्किल है सफ़र में,
तभी तो लोग चहरे के साथ-साथ
रोज अपने खयालात बदलते हैं .....-
तेरे हाथों की लकीरें ये कहती है,
एक अधूरा सा सफ़र अभी बाकी हैं,
किसी की तलाश नहीं है मुझे,
बस तेरा साथ ही काफी है ....-
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
जिसकी आवाज़ में सिलवट हो, निगाहों में शिकन
ऐसी तस्वीर के टुकड़े नहीं जोड़ा करते....-
चाँदनी रात में आज भी यें आँखे....
बस उसका दीदार और ये होंठ......
उसीका एहसास चाहते हैं ....-
इन आंखो के इंतजार को वो क्या समझेंगे,
जो मोड़ पर भी अपनी रफ्तार धीमी नहीं करते....-