अब मौत से डर नहीं लगता जनाब!
मैंने मां को अकेले रोते देखा है,
तो बाप को चुप चाप दर्द सहते देखा है,
देखा है मैंने दोस्ती का टूट जाना,
देखा है मैंने अपने अरमानों को जलते हुए,
देखा है मैने अपने सपनों को राख हो जाना,
और फ़िर वोही राख से खुदही के लिए पुरंजनम लेना,
देखा! मुझे मौत से डर नहीं लगता जनाब!-
Hope you are doing great 🤩.
Sending you lots and lots of positive v... read more
वो दुनिया के साथ हस्ती है,
रोती अकेली है,
वो ज्ञान का भंडार है,
न जाने फिर भी क्यों नादान सी है,
वो दिन में चुप सी रहती है,
और रात को चंदा को गले लगा खूब बातें करती है,
वो परी है,
वो बुलबुल सी एक गुड़िया है,
वो शेरनी सा रौब उसका,
न जाने अंदर ही अंदर क्यों कमज़ोर सी है,
वो बेमिसाल है,
न जाने उसकी मिशाल क्यों बुझी है,
वो सबको मनाती है,
और खुद ही खुद से रूठ जाती है,
वो सबको जोड़ती है,
और खुद ही टूटी सी है,
ए खुदा! ये कैसी माया है तेरी,
मैं खुदही की होकर खुद को न कह सकूं मेरी...-
बात सिर्फ़ यकीन की है,
भगवान यां मोहब्बत कौनसा किसी ने देखे हैं....-
सच हो जाएंगे सारे सपने,
अगर हिमात के साथ साथ,
हिमत देने वाला भी साथ हो...-
अकेला जीना सीख लेता है इंसान,
जब उसको मनाने वाला कोई नहीं होता....-
प्यार जाता है,
जाए ना!
पर उस प्यार के साथ जो दोस्त भी चला गया!
उसको कैसे वापिस बुलाऊं?
उसका तो इंसाफ नहीं है न....-
बात ये नहीं के हम मां के साथ रहना नहीं चाहते,
बात ये है के मां को दुखी देख हम ही रहना नहीं चाहते...-