PASAND HAI
Yu Tera halka sa muskurana, dhire se yu sarmana,
Hai dil ko ye mere pasand hai
Tere ishq ki asar hai, sapna bhi lagta sach hai,
Sapno me aana tera pasand hai
Hai dil ko ye mere pasand hai
chahe dur jitna safar hai, tu hi meri mnzil hai,
Manzil ko pana hame pasand hai
Hai dil ko ye mere pasand hai
-Kવल ( Friday (1/5/20) / 8:22 PM )
-
He .....
prem ni taali, hoy jo taari,
Ramu hu garbe anand thi,
He zanzar zanke, khananan khanke,
Rame jyare tu man meli,
Re ji re rame jyare tu man meli.
Sthayi :
Khelaiya jove tari vaat, Ke aavi navli navrat
Dandiya ni raat che ne jode taro saath che,
Zoome sau dandiya ne taal,ke aavvi navli navrat.
Antara :
Vrundavan ma raas rame che radha ne natkhat kano,
Morpichh mukut ma che ne kede che kandoro,
O kana mara , garbe ramone saune saath,
ke aavi navli navrat.
-khelaiya jove tari vaat...
-Kવल (13/9/19) (friday) (11:35pm)
-
अजीब है जिन्दगी का पहेलू जीसे ना कोइ समज पाता है ,
पुरी दुनीया ने देखा हुआ ताजमहल मुमताज ने कहा देखा है |
यू तो एक नदियाँ से अख्सर पुरे गाँव का जीवन चलता है ,
पर सागर से मिलि तो खारा पानी कोइ किनारे पे भी नहीं पीता है |
सुना है की तभी सच मानो जब अाँखो से तूमने देखा है ,
तो फिर समान देखने वाले लोगो का नज़रिया क्यु अलग होता है ?
नसीब मे चाहे कुछ भी हो पर कर्म हीे जीवन की रेखा है ,
वर्ना फांसि पर चढे भगतसिहने भी आजाद हिन्दुस्तान कहा देखा है |
अगर पसंद है ये पंक्तिया तो सोचो तमूने क्या पाया है ,
जो तमूने फेंका है , वो कीसीने सपनो मे देखा है |
-Kવल (10/7/19) (wednesday) (11:12am)
- Keval Jagani
-
બને જો હરિનો હાર તો પાંખડી અેક હુ બનુ ,
મારા હરિ જે ધર મા રાખે કદમ, અે ઘરની થાંભલી અેક હુ બનુ .
જો કોઈ વ્રૃધ્ધ ચાલે મારા હરિના મંદીરે,
તો અેમના ટેકાની લાકડી અેક હુ બનુ .
અંત સમયે જો કોઈ મારા હરિનુ સ્મરણ કરે,
તો અેના જીભ ની તાળવી અેક હુ બનુ.
જો કીચડમા ખીલીને પણ કમળ ચડે મારા પ્રભુને,
તો અે કીચડની કાંકરી અેક હુ બનુ,
ન જોઈઅે મારે બીજુ કઈ , બસ કરી દો અેટલી ક્રુપા,
કે હર જન્મ મા મારા હરિની માણકી અેક હુ બનુ .
બને જો હરિનો હાર તો પાંખડી અેક હુ બનુ .
-Kવल (1/7/19)(monday)(3:41pm)
-
सही समय पे ना बोलना ठीक उसी तराह होता है,
जैसे नो-बॉल पे कोइ रन आउट होता है|
अगर कह देने पे भी बात का असर कम होता है,
तो चाइ मे भी कभी शक्कर कम होता है|
कोइ बात ना कहने मे भी बहुत कुछ कहना होता है,
जैसे रात के चांद को भी पता है की यहा सवेरा होता है|
ये कवीता को समज के भी ना समजना ये बहुत आम है,
समजना हो तो दीन मे भी शाम है|
-Kવल (16/5/19) (thu) (12:07pm)
-
कुछ एसा काम करुंगा,
की मेरे देश को अमेरीका के साथ जोडूंगा,
पूरानी जर्सी पहेनके न्यू जर्सी मे जाउंगा,
और वहा mac'd मे भी भजीया बीक्वाउंगा|
ये छोटे से पासपोर्ट को बडी दुनीया दीखाउंगा,
केसर के दाने-दाने को अमेरीका से मीलवाउंगा,
मन हुआ तो white house मे भी गरबा करुंगा,
पर कुछ भी करके मेरे देश को अमेरीका के साथ जोडूंगा|
ज्यादा सोच-सोच के मत पढीयेगा इस कवीता को,
वरना स्कुल के जैसे दस-दस बार लीखवाउंगा,
ये जमीन मे रेहकर आसमान मे उडी हुइ पंक्तिया है,
चाहु तो आपके दील मे बीठा दुंगा|
-Kવल (5:59pm)(friday)
-
... School life ...
...........................................................................................!!!
आज भी है इन्तजार वही लेक्चर की,
जहा पढते थे फीजीक्स और बनती थी केमेस्ट्रि |
यू पेन घुमाते-घुमाते, जाने नजर कहा घुम जाती थी ,
देखते थे आपको और आपकी सहेली मुस्कूराती थी |
हर बात के लीये कहानी नही, कोइ एसी भी कवीता बन जाती थी,
जहा पढते थे चंद लाइन और पुरी कहानी याद आ जाती थी|
-12/11/2018 (mon) (5:35pm)
-Kવल-