9 JUN 2019 AT 9:54

कोई उम्मीद बर नहीं आती,
कोई सूरत नज़र नहीं आती,
मौत तो एक दिन मुअय्यन है,
नींद रात भर क्यूँ नहीं आती,

पहले आती थी हाल-ए-दिल पे हंसी,
अब किसी बात पर नहीं आती।
हम वहाँ हैं जहाँ से हमको भी
कुछ हमारी ख़बर नहीं आती ,
💕😊

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