यूं ही नहीं होती दिल❣️ को सुकून देने वाली,
गुनगुनाती, चुलबुली-सी फ़लक की ये बूंदें💦
तेरी रुह💗 को छूकर
मुझ तक पहुंचती है ये।।।
-
Naa jaane kb guzar jaunga,
Jee le sang mere Khoobsurat Pal ye
Ke... read more
गुनगुनाती हुई आती हैं फ़लक से बूंदें,
कोई बदली☁️ तेरी पाजे़ब से टकराई है।।
-recreated-
कुछ हूं मैं अधूरा-सा
कुछ मेरे सपने अधूरे हैं,
कुछ ही कदम तो बढ़े हैं अभी,
के!
मंजिल को पाने के रास्ते अभी
अधूरे हैं!!!...-
कसकर पकड़े हुए थे
जिन रिश्तों के हाथ, जिंदगी भर के सफ़र के लिए,
छूट गए वो!...
उस शख़्स ने जाते वक्त जब कहा, मुझसे,
"बड़े कठोर हो तुम"!!!-
विक्रम संवत्सर २०७७
हिंदू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ये नूतन वर्ष सारे दुःखों का विनाश कर खुशियां, अमन-चैन लेकर, चहूं ओर विकास की लहर के साथ समस्त विश्व में आगमन करेगा।।-
।। सूर्य संवेदना पुष्पे
दीप्ति कारूण्वगंधने
लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन्
कुर्यात्सर्वस्य मंगलम् ।।
जिस प्रकार सूर्य प्रकाश देता है, संवेदना से करुणा आती है और पुष्प सदैव महकता रहता है, इसी प्रकार आपके लिए इस नूतन वर्ष का हर दिन और हर पल मंगलमय हो ।-
खाने वाला है कोई चोट गहरी
मेरा अपना,
के!
दिमाग से चलने वाली दुनिया में
दिल💖 जो लगा बैठा है...-
होती है मुझसे भी गलतियां,
आखिर इंसान हूं मैं,
कोई भगवान तो नहीं...
माना कि!
ऐ - दुनिया...
समझना नहीं है, आसां मुझे,
लेकिन नामुम़किन तो नहीं....-
क्यूं ना तुम्हें मैं याद करुं,
क्यूं ना तुम्हारी बातें करुं,
क्यूं ना तुम्हारी ओर खिंचा चला आऊं,
इक तुम्हारे ❣️ का कोना,
ओर तुम्हारी बाहें ही तो है,
खुद को जहां मैं महफ़ूज पाऊं,
फिर तुम्हीं बताओ,
क्यूं ना तुम्हें मैं याद करुं
क्यूं ना तुम्हें मैं प्यार करुं..।।-
Milo kisi shaam
kbhi Chai par,
Phir Kisse bhunenge...
Na hi hoton se kuch tum,
Na hi hum bolenge...
Tum Khamoshi se kehna,
Hum Chupke se Sunenge...-