Keshav Jha   (केशव झा)
4 Followers · 2 Following

Joined 29 June 2019


Joined 29 June 2019
4 SEP 2024 AT 0:45

The success or failure of a person will depend on the execution rather than the action itself.

-


28 JAN 2022 AT 10:50

समय और वाणी की महत्ता को समझें, दोनों ही अविरल नदी की धारा की तरह प्रवाहशील हैं। एक बार बह जाए तो वापस नहीं आती हैं।— % &

-


13 DEC 2021 AT 6:52

🙏🙏इंसान की सरलता और सादगी कभी उसकी कमजोरी नहीं होती है। इस ब्रह्मांड में जल से ज्यादा सरल कुछ भी नहीं है, किन्तु उसकी धारा बड़ी से बड़ी शिलाओं को खंडित और चकनाचूर कर देती है। 🙏🙏

-


2 NOV 2021 AT 11:38

कलकल नदी संग पुलकित धरा और दीप्यमान आकाश,
प्रभु से है ये विनती कि यह धनतेरस आप सब के लिए हो खास।
समस्त मित्र-बंधु को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनायें, माता लक्ष्मी आप सबों को सुख-समृद्धि से परिपूर्ण करे।

-


4 OCT 2021 AT 10:23

कैसे कह दूं मैं, कि ये जिन्दगी बहुत हसीन है,
खत्म होती नहीं इक उलझन, कि दूसरी हो जाती आसीन है।
गैरों से क्या करें गिला, जब अपने हीं स्वार्थ-सिद्धि में तल्लीन हैं।
मोह-माया का फेर है बस, क्यूँ कि छोड़कर जाना तो इक दिन ये जमीन है।
फिर भी सुलझा लेता हूं उलझनों को, तो होता खुद पर यकीन है।

-


29 SEP 2021 AT 8:44

🙏🙏Don't lose your dignity & self-respect trying to make people love and appreciate you, when they just aren't capable.
Do not tolerate disrespect, not even from yourself.
Be brave & honest. Live your life with your own principles.🙏🙏

-


15 SEP 2021 AT 23:43

विजय-पराजय किसके लिए चाहिए
उम्र भर की तकरार किसके लिए चाहिए।।
आज जो भी है वो चला जाएगा एक दिन
फिर इतना अहंकार किसके लिए चाहिए।।

-


3 SEP 2021 AT 22:24

यादें ऐसी होनी चाहिए-
-------------------------
जो कि दिल को सुकून दे,
आँखों में चमक पैदा करे,
इच्छा-शक्ति को प्रबल करे,
प्रेम भाव को संकल्पित करे,
और एक अच्छा इंसान बनने को प्रेरित करे।

-


28 AUG 2021 AT 9:56

🙏🙏जीवन चक्र में आपको कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, जो कि रूई के बैग की तरह होती है। देखने वालों को तो भारी प्रतीत होती है,लेकिन संभालने वालों के लिए हल्का। अतएव केवल परेशानियों को देखकर हमें अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंचना चाहिए ।।🙏🙏

-


22 AUG 2021 AT 10:20

कच्चे धागों की पक्की डोर,
भाई-बहन के निश्छल प्रेम की अनंत छोर,
प्यार, आशीर्वाद और शरारतों की होड़,
एक दूसरे की सलामती मांगे सदैव करजोर,
दूरियाँ भी नहीं कर पाती इस रिश्ते को कमज़ोर।

भाई-बहन के निर्मल और पावन प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन की आप सबों को ढेर सारी शुभकामना।।🙏🙏

-


Fetching Keshav Jha Quotes