आज ये तन्हाई का एहसास कुछ ज्यादा है,
तेरे संग ना होना का मलाल कुछ ज्यादा है!
फिर भी काट रहे हैं जिए जाने की सज़ा यही सोचकर,
शायद इस ज़िंदगानी में मेरे गुनाह कुछ ज्यादा हैं!!
दुनिया मे हर चीज पैसों से नहीं तोली जाती, ये बात समझानी है कुछ लोगों को, नाम बनाकर अपने माँ-बाप का, इस दुनिया में मतलबीयों से मतलब की दोस्ती निभानी है अब मुझे।।