moksha.. it's just a word
-
.
Proud ❤️🇮🇳वतन
माँ और मातृभूमि 🙏
हाँ समंदर का कतरा नहीं कहानी हूँ
__... read more
महिला दिवस में प्रसन्न, प्रेरित पुरुष की छवि उनमें दिखाई देती हैं,
जिनकी सिर्फ़ दो बेटियाँ होती हैं...
उनमें संतुष्टि के भाव से.. प्रेम दिखाई पड़ता है!
कटाक्ष है पर सत्य है..
-
श्याम बुलाते श्यामा को
तब गैया दौड़ी आये
प्रेम रूपी पवन चले
जब कन्हैया बंशी बजाए
मधुर हृदय की थाप पर
कृष्णा दौड़े चले आये-
मुहूर्त मुहूर्त सभी करें.. कलेश करे हर कोई
जो मुहूर्त में ना पड़े, कलेश कहाँ से होई।
.
दोहा 😂lappu sa 🙊-
क्यों कुछ सवाल अक्सर अधूरे रह जाते हैं
जैसे आसमाँ अधूरा क्यों रह जाता है बादलों के बिना
-
तितलियाँ जब तुम्हारी हथेलियों पर बैठती होंगी
तुमसे पहले तुम्हारी आत्मा का स्पर्श उसे पहले होता होगा।-
उन किताबी बातों को
जो अक्सर किताबों मे लिख जाने से पहले
ज़िंदगी के पन्नों में लिख दिए जाते हैं।-
दोस्तों का साथ बेहद निखर गया
पर समय गुज़र गया
मिलते रहे यादों में तो कोई ग़मों से निकल गया
इस तरह खुशनुमा जनवरी गुज़र गया!-
उन अदृश्य कणों की भाँति
जिसमें हम भावनाओं के मोतियों की कल्पना
किये बैठे रह जाते हैं!-
देखिये,
फ़ासलों का इम्तिहान सहज.. होते प्रतीत होता दिखने लगेगा!-