जब जग मनाए दिवाली,
हमारे घर भी आए
दीपों वाली दिवाली-
तुझे जीने की कोशिश में
तेरे हर इम्तिहान में खरे उतरने में
तेरी हर दौड़ में तेज़ भागने में
तेरी हर उलझन में डोर सुलझाने में
जिंदगी मैं भी तो हूं
इम्तिहान में खबराने में
भागने में डगमगाने में
उलझनों में सकपकाने में
जिंदगी मैं भी तो हूं
तुझे जीने की कोशिश में-
You walked into my life.
You loved me and I didn't.
Love has become a two way process now.-
We give meaning to other people's words as per our own understanding
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जो पर्याप्त है, उसका सुकून हैं कहां
जीवन में आए हैं तो जीवन जीना जरूरी है
जीवन भोगने को किसने कहा?
और अधिक की चिंता खाए जाती है
जो पर्याप्त है, उसका सुकून हैं कहां-
बता तेरा रंग कौन सा
क्या लाल कहूं तुझे इश्क़ की तरह
या पीला कहूं तुझे घनिष्ट मित्रता की तरह
रंग जो भी चढ़े तुझपे
बहते रहना तू मुझमें
सरल नीले की तरह
कई रंग जिंदगी के
बता तेरा रंग कौन सा-
हम तेरी बाहों में
तूने ही संभाला है मुझे
इन जटिल राहों में
तुझे ही रखना है मुझे
अपनी पनाहो में
टूटकर बिखर गए
हम तेरी बाहों में-
वक्त का काम है
निरंतर चलना
आगे बढ़ना,
गर बांध सकते हैं
तो कुछ लम्हे
जो जिए हमने
मिलकर तुम में-