जो पर्याप्त है, उसका सुकून हैं कहां जीवन में आए हैं तो जीवन जीना जरूरी है जीवन भोगने को किसने कहा? और अधिक की चिंता खाए जाती है जो पर्याप्त है, उसका सुकून हैं कहां
बता तेरा रंग कौन सा क्या लाल कहूं तुझे इश्क़ की तरह या पीला कहूं तुझे घनिष्ट मित्रता की तरह रंग जो भी चढ़े तुझपे बहते रहना तू मुझमें सरल नीले की तरह कई रंग जिंदगी के बता तेरा रंग कौन सा