Forgiving...
Genuine or Kind ?-
extraordinary complexion..a
lot of... read more
बातें फिर सुना दो वहीं मुझे ,जिससे सबको हंसाया करती थी,
सुना दो मुझको वहीं कहानी जो हर रात सुनाया करती थी,
भीड़ बहुत है इस दुनिया में , लोगो को समझना मुश्किल है,
छुपा लो अपनी गोद में नानी, जैसे बचपन में छुपाया करती थी।-
I don't need any music system ,
Because my heart sings when it watches you .-
हाँ ,नानी के होने से मेरा बचपन ज़िंदा था ,
दिल एक छोटा बच्चा और मन आज़ाद परिंदा था।
पीली उस रोशनी में घर की रौनक तो बेशुमार है ,
धूप- छाँव भी हर गलियों में उतनी ही बरकरार है,
लहराता वो आँचल पर अब उस आसमान में गायब है ,
मासूम सी एक मुस्कान वो उनकी जाने कहाँ गई अब है।
पर नज़र पड़ी जो उन पेड़ों पर जो नानी की सुबहों में शामिल थे,
पता चला मुझको कि शायद वो भी यादों के काबिल थे।
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ये तो हम भी सब की वही ज़रूरत हैं जो वो हमारी ,
वरना दुनिया से तो हमारा जीना भी बर्दाश्त नहीं ।-
कहने को तो बहुत कुछ है तेरे लिए ,
पर ऐसा कोई शब्द नहीं जो तेरी अदा खुद में समा ले ।-